भूकंप धरती की तरंगों (भूस्खलन या सिस्मिक तरंगों) के कारण आता है, जो भूमि के नीचे दबी हुई ऊँचाई वाले पत्थरों या चट्टानों के साथ चलती है. जब इन तरंगों में अचानक बदलाव होता है तो यह भूकंप का कारण बनता है. भूकंप पीछे कुछ कारक होते हैं, जैसे कि पृथ्वी के अंदर गर्मी के कारण पत्थरों में तापमान बढ़ जाता है जिससे पत्थरों के बीच मौजूद जुड़ाव तंग हो जाता है. जब इस जुड़ाव में बदलाव होता है तो ऊपर की तरंगें तेज़ी से घूमती हैं जिससे भूमि के अंदर तरंगों की बदलती गति के कारण भूकंप होता है.
भूकंप आने के कुछ मुख्य कारण हैं-
- तटीय क्षेत्रों में चक्रवात और समुद्री झुंडों के जल उछालने से भूकंप उत्पन्न होता है.
- भूकंप भूमि के अंदर दबी ऊँचाई में एकाधिक तनाव के कारण उत्पन्न होता है. भूमि के अंदर कई परत होती हैं जो एक दूसरे के साथ अलग-अलग गति से चलती हैं. जब इन परतों में तनाव बढ़ जाता है, तो ये आकार में बदलाव को उत्पन्न करते हैं, जो भूमि के ऊपर भारी वजन के कुछ हिस्से को हिलाकर आंतरिक तनाव को कम करने के लिए जारी करते हैं.
- भूकंप का मूल कारण धरती की तरंगों में उत्पन्न तनाव होता है जो धरती की ऊपरी परत में संचित होता है. धरती के भीतरी स्तर में प्रतिबंधक पदार्थों की एक तह में दबाव उत्पन्न होता है जिससे धरती की ऊपरी परत तनावित हो जाती है. यदि यह तनाव बहुत बढ़ जाता है तो ऊपरी परत टूट जाती है जो भूकंप का कारण बनती है.
कैसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता?
भूकंप की तीव्रता मापने के लिए सिस्मोग्राफ नामक उपकरण का उपयोग किया जाता है. यह उपकरण भूकंप के समय उत्पन्न होने वाली त्रिदिमेंशनल (3D) तरंगों को मापता है. भूकंप की तीव्रता को उसके सीमांत तथा ज्यामिति गुणांकों से मापा जाता है. भूकंप रिक्टर स्केल (Richter Scale) द्वारा मापा जाता है. रिक्टर स्केल 1 से 10 तक होता है जहाँ 1 सबसे कम होता है तो वहीं 10 सबसे ज्यादा होती है. भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए उपयोग में आने वाले उपकरणों में से कुछ हैं:
- सेस्मोग्राफ- यह एक उपकरण होता है जो भूकंप की तीव्रता, गहराई और लंबवत आंतरिक चलन को मापता है.
- ग्रेविटी मीटर – इस उपकरण का उपयोग भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए किया जाता है. यह उपकरण भूमि के गुरुत्वाकर्षण के अल्पविराम को मापता है जो भूकंप के कारण उत्पन्न होता है.
भूकंप के दौरान बचने के उपाय
भूकंप एक भयानक घटना होती है जिसके दौरान लोगों के जीवन खतरे में पड़ सकते हैं. इसलिए, भूकंप के दौरान अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण होता है. यहां कुछ उपाय दिए जाते हैं जो आपकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं:
- भूकंप से बचने के लिए आप सबसे पहले एक खुले जगह में जाएं या आप एक मजबूत चौकी या टेबल के नीचे या एक दीवार के पीछे छिप सकते हैं.
- जब भूकंप शुरू होता है, तो आप सुरक्षित स्थान के लिए भगदड़ मत कीजिए, बल्कि तुरंत उस जगह की ओर चलें.
- अगर आप बाहर हैं, तो नियमित दिशा निर्देशों के अनुसार चलें। भूकंप के दौरान अपने आप को भीड़ से दूर रखें और बड़ी बड़ी बिल्डिंग्स से बचें.
- अगर आप एक वाहन में हैं, तो वाहन को तुरंत रोक दें और सुरक्षित स्थान की ओर जाएं.
- जब आप एक सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं, तो रेडियो या टीवी से सूचना सुनें या अपने मोबाइल फोन का उपयोग करें. यदि आवश्यक हो, तो आप अपने निकटतम अस्पताल या आपातकालीन सेवाओं को भी कॉल कर सकते हैं.
- लिफ्ट का प्रयोग कतई न करें.
- भूकंप आने पर परिवार के लोगों को बिजली व गैस बंद करने को कहें.
भूकंप से संबंधित पूछे वाले कुछ FAQs
[sc_fs_multi_faq headline-0=”h4″ question-0=”भूकंप क्या है?” answer-0=”भूकंप भूमि के भीतर से एक आक्रमण है, जो भूमि को अचानक हिला देता है. भूकंप सामान्यतया भूगर्भ गतिविधियों से होते हुए उत्पन्न होते हैं जो भूमि के अंदर संचारित होते हैं.” image-0=”” headline-1=”h4″ question-1=”भूकंप किसके कारण होते हैं?” answer-1=”भूकंप कई कारणों से होते हैं, जैसे कि टेक्टोनिक प्लेट के एक बदलाव, भूमिगत ज्वालामुखी की गतिविधि, या जलवायु परिवर्तन.” image-1=”” headline-2=”h4″ question-2=”भूकंप के प्रकार क्या हैं?” answer-2=”भूकंप के कई प्रकार होते हैं, जिनमें शामिल हैं तेज भूकंप, भूकंप के पश्चात् लगातार भूकंप, सामान्य भूकंप, सामान्य अवसादी भूमि कंपन. ” image-2=”” headline-3=”h4″ question-3=”भूकंप से कितना खतरा होता है?” answer-3=”भूकंप के असामान्य बढ़ते से जीवन की हानि हो सकती है और भूकंप के बाद भी आपदा का खतरा बना रहता है.” image-3=”” headline-4=”h4″ question-4=”भूकंप क्या होता है?” answer-4=”भूकंप धरती के भीतर जो ऊपरी परत से शुरू होता है, जिससे धरती की सतह हिलती है या झुकती है. ” image-4=”” count=”5″ html=”true” css_class=””]
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