फर्जी वेबसाइट्स की इन तरीको से करे पहचान, नहीं होंगे ठगी का शिकार
BY News Aadhaar | 23 Sep 2023
फर्जी वेबसाइट्स की पहचान करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ सावधानियां बरतकर आप ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं. यहां कुछ ट्रिक्स दिए गए हैं.
असली वेबसाइट्स के डोमेन में आमतौर पर ".com" या ".in" जैसा एक्सटेंशन होता है। अगर वेबसाइट का डोमेन नाम असामान्य है, जैसे ".xyz" या ".info", तो यह एक फर्जी वेबसाइट हो सकती है.
फर्जी वेबसाइट्स अक्सर असली वेबसाइट्स की तरह नहीं दिखती हैं। उसमे ग्राफिक्स, टेक्स्ट या जानकारी में गलतियाँ हो सकती हैं.
असली वेबसाइट्स अक्सर HTTPS से शुरू होती हैं, जो वेबसाइट को सुरक्षित बनाता है। यदि वेबसाइट HTTP का उपयोग करती है, तो यह एक फर्जी वेबसाइट हो सकती है.
Floating Market
यदि आप किसी वेबसाइट के बारे में अनिश्चित हैं, तो Google पर खोज कर देखें कि क्या कोई अन्य लोग इसके बारे में कुछ कहते हैं.
अज्ञात ईमेल या संदेशों में शामिल किसी भी लिंक पर क्लिक न करें. फर्जी वेबसाइट्स अक्सर ईमेल या संदेशों में शामिल लिंक के माध्यम से अपना प्रचार करती हैं.
अपने क्रेडिट कार्ड या बैंक खाते की जानकारी किसी वेबसाइट पर केवल तभी साझा करें जब आप सुनिश्चित हों कि यह सुरक्षित है.
वेबसाइट पर किसी भी विज्ञापन या लिंक पर क्लिक करने से पहले सावधानी बरतें। ये विज्ञापन या लिंक आपको फर्जी वेबसाइट पर ले जा सकते हैं.
वेबसाइट के URL को ध्यान से देखें. यदि URL असामान्य या लंबा है, तो यह एक फर्जी वेबसाइट हो सकती है.
असली वेबसाइट में स्पष्ट पॉलिसी और संपर्क की जानकारी उपलब्ध होती है. जबकि, एक फर्जी वेबसाइट में पॉलिसी और संपर्क जानकारी अस्पष्ट या गलत हो सकती है.
आप ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर वेबसाइट की सत्यता की जांच कर सकते हैं. यदि वेबसाइट के बारे में कोई नकारात्मक समीक्षा है, तो यह एक फर्जी वेबसाइट होने का संकेत हो सकता है.
असली वेबसाइटों पर आमतौर पर सही और सटीक जानकारी होती है। जबकि, फर्जी वेबसाइटों पर अक्सर गलत या भ्रामक जानकारी होती है.
Floating Market
यदि आपको लगता है कि आपने फर्जी वेबसाइट पर क्लिक किया है, तो तुरंत अपनी ब्राउज़र हिस्ट्री को साफ करें और अपने कंप्यूटर को स्कैन करें.
ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जागरूक रहकर, आप फर्जी वेबसाइटों से खुद को बचा सकते हैं और अपने डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं.