Vishwakarma Yojana 2023: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कारीगरों और शिल्पकारों के लिए ‘विश्वकर्मा योजना’ का ऐलान किया. इस योजना का शुभारंभ आने वाली विश्वकर्मा जयंती से होगा. इस योजना के तहत लाभार्थियों को कम ब्याज दर पर एक लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा. इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता प्रदान करना है. यह योजना कारीगरों और शिल्पकारों को उनके कौशल को विकसित करने और अपने व्यवसाय को बढ़ाने में मदद करेगी.
विश्वकर्मा योजना के तहत, कारीगरों और शिल्पकारों को निम्नलिखित लाभ प्रदान किए जाते हैं:
- प्रशिक्षण: कारीगरों और शिल्पकारों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर दिया जाता है. इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में उन्हें नए कौशल सीखने और अपने मौजूदा कौशल को बढ़ाने में मदद मिलती है.
- वित्तीय सहायता: कारीगरों और शिल्पकारों को अपने व्यवसाय को शुरू करने या बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है. इस सहायता के माध्यम से वे मशीनरी, उपकरण और अन्य आवश्यक सामग्री खरीद सकते हैं.
- बाजार पहुंच: कारीगरों और शिल्पकारों को अपने उत्पादों को बेचने के लिए बाजार पहुंच प्रदान की जाती है. सरकार द्वारा आयोजित विभिन्न मेलों और प्रदर्शनियों में उन्हें अपने उत्पादों को बेचने का अवसर दिया जाता है.
विश्वकर्मा योजना के लाभ
- कारीगरों और शिल्पकारों को नए कौशल सीखने और अपने मौजूदा कौशल को बढ़ाने में मदद मिलती है.
- कारीगरों और शिल्पकारों को अपने व्यवसाय को शुरू करने या बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता मिलती है.
- कारीगरों और शिल्पकारों को अपने उत्पादों को बेचने के लिए बाजार पहुंच मिलती है.
- कारीगरों और शिल्पकारों को रोजगार के अवसर मिलते हैं.
- कारीगरों और शिल्पकारों की आय में वृद्धि होती है.
- कारीगरों और शिल्पकारों के जीवन स्तर में सुधार होता है.
- कारीगरों और शिल्पकारों के कौशल को बढ़ाकर, भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों को बढ़ाया जा सकता है.
- कारीगरों और शिल्पकारों के कौशल को बढ़ाकर, भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन स्तर में सुधार किया जा सकता है.
‘विश्वकर्मा योजना’ का लाभ किसे मिलेगा?
विश्वकर्मा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए, कारीगरों और शिल्पकारों को अपने क्षेत्र के जिला उद्योग केंद्र में संपर्क करना होगा. जिला उद्योग केंद्र में उन्हें आवेदन पत्र भरने और आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे. आवेदन पत्र भरने और दस्तावेज जमा करने के बाद, कारीगरों और शिल्पकारों का चयन किया जाएगा. चयनित कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और बाजार पहुंच प्रदान की जाएगी.
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Updated On: August 18, 2023 9:55 pm