Chardham Yatra 2020: भारत में आज से यानी 1 जुलाई 2020 को चार धाम की यात्रा शुरू हो रही है. लेकिन इस बार की यात्रा कुछ अलग तरह की होगी. देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से इस बार चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) करने वाले श्रद्धालुओं को कुछ दिशा-निर्देशों का पालन करना पड़ेगा. बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा को ‘चारधाम‘ यात्रा के नाम से जाना जाता है.
यात्रा की अनुमति के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन आवेदन जिला प्रशासन की वेबसाइट पर करना होगा. स्थानीय प्रशासन से यात्रा पास जारी होने के बाद ही लोग तीर्थयात्रा कर सकेंगे. उत्तराखंड सरकार ने चार धामों की यात्रा करने के लिए कुछ गाइडलाइन जारी की है. तो चलिए जान लेते है उन दिशा-निर्देशों के बारें में –
चारधाम यात्रा के नए नियम-
- चारधाम की यात्रा केवल उत्तराखंड के निवासियों के लिए खोला गया हैं. राज्य के कंटेनमेंट जोन वाले क्षेत्र के लोगों को धामों में दर्शन की अनुमति नहीं मिलेगी.
- देश में कोरोना वायरस के हर रोज ज्यादा मामले सामने आ रहे है. इसको मद्देनजर रखते हुए इस बार चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ नहीं जुटेगी.
- कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार ने एक दिन में कितने श्रद्धालु दर्शन करेंगे उसके लिए नियम बनाए है. नियम मुताबिक बद्रीनाथ में 1200, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 400 लोग ही एक दिन में दर्शन कर सकेंगे.
- चारधाम यात्रा करने वाले भक्तों के लिए समयसीमा तय की गयी है. भक्त सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही दर्शन कर पाएंगे.
- चारधाम यात्रा के लिए 65 साल से ज्यादा और 10 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पास जारी नहीं होगा.
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