भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. हर रोज कोरोना से संबंधित हजारों मामले समाने आ रहे हैं. इस घातक बीमारी से जहा देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है तो वही देश में लॉकडाउन घोषित होने से सबसे अधिक इसका मार प्रवासी मजदूरों और श्रमिकों पर पड़ा हैं. अब इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कोरोना संकट के दौरान अलग-अलग राज्यों से लौटे लाखों कामगारों और प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिलाने के लिए लगातार काम कर रही है.
उत्तर प्रदेश में 57 लाख मजदूरों को मनरेगा के तहत मिला काम
आपको बता दें उत्तर प्रदेश अब मनरेगा के तहत 57 लाख मजदूरों को रोजगार देना देश में वाला पहला प्रदेश बन गया है. अगर आकड़ो की बात करें तो, सोमवार तक यहां 57.2 लाख मजदूर मनरेगा के तहत काम कर रहे हैं. दूसरे नंबर पर राजस्थान है जहा पर इस समय मनरेगा के तहत 53 लाख मजदूर काम कर रहे हैं. तीसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश है जहा पर 36.58 लाख मजदूरों को मनरेगा के तहत रोजगार मिला हैं.
सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि मनरेगा के तहत प्रदेश में 57 लाख 12 हजार श्रमिकों को कार्य मिला है जो वर्तमान में देश में सर्वाधिक है. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि सभी औद्योगिक इकाइयों का सर्वे कराते हुए इन इकाइयों में रोजगार की आवश्यकता का आंकलन किया जाए और डिमांड के अनुरूप मैन पॉवर मुहैया करवाया जाए.
मनरेगा के तहत प्रदेश में 57 लाख 12 हजार श्रमिकों को कार्य मिला जो, वर्तमान में देश में सर्वाधिक है।
सभी औद्योगिक इकाइयों का सर्वे कराते हुए इन इकाइयों में रोजगार की आवश्यकता का आंकलन किया जाए: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/7lhftcnSTQ— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) June 15, 2020
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इनपुट- एजेंसी
Updated On: June 16, 2020 8:23 pm