Train 18, भारत की सबसे आधुनिक और पहली इंजन रहित ट्रेन जो हर सुविधाओं से लैस और शताब्दी जैसे ट्रेनों को टक्कर दे सकता है. ट्रेन-18 का निर्माण चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में किया गया है। यह ट्रेन ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता का उदाहरण है।
बता दें कि भविष्य में शताब्दी जैसी ट्रेनों को हटाकर ट्रेन-18 चलाने की योजना है. ट्रेन-18 की खाशियत की बात करे तो इसमें 16 कोच हैं। प्रत्येक चार कोच एक सेट में हैं। ट्रेन सेट होने के चलते इस ट्रेन के दोनों ओर इंजन हैं। यह ट्रेन 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है।
Train 18 Features In Hindi
- सामान्य मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों WAP-5 और WAG-7 में 5500 अश्वशक्ति वाले इंजन होते हैं, इनकी ऊर्जा खपत ट्रेन सेट या ईएमयू के मुकाबले ज्यादा होती है।
- लोकल की तरह दोनों छोर पर मोटर कोच होंगे, यानी दोनों दिशाओं में चलेगी।
- वाईफाई, एलईडी लाइट, पैसेंजर इन्फर्मेशन सिस्टम होगा।
- T-18 स्वचालित ट्रेन होगी, यह बिना इंजन के ट्रैक पर दौड़ सकेगी
- ट्रेन में हेलोजन फ्री रबर ऑन रबर की फ्लोरिंग होगी
- प्रत्येक ट्रेन में 16 कोच होंगे. कोच की दो क्लास एग्जीक्यूटिव और सेकेंड क्लास होंगी
- ट्रेन में एक कोच से दूसरे कोच में जाने के लिए ऑटोमेटिक स्लाइडिंग डोर होंगे
- ट्रेन के कोच में ग्लास की बड़ी- बड़ी खिड़कियां लगी होंगी। इसमें मेट्रो की तरह सिंगल ग्लास पैनल लगाया गया है।