Thyroid diet: थायराइड (Thyroid) ग्रंथि हमारे बॉडी का मेटाबोलिज्म कंट्रोल करती है और जब ये सही तरीके से अपना काम ना करे तब कई प्रकार की हेल्थ समस्या शुरू होने लगती है. पुरषों के मुकाबले महिलाओं में थायराइड के लक्षण अधिक पाएं जाते हैं. थायराइड ग्रंथि जब नॉर्मल से कम मात्रा में हार्मोन्स बनाती है तब इसे हाइपोथयरॉइड कहते हैं जिसमें शरीर का वजन और मोटापा तेजी से बढ़ने लगता है. इस रोग में अपने वजन कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है.
वजन तो किस सामान्य व्यक्ति को भी कम करना आसान नहीं होता है और जिस व्यक्ति का मोटापा थायराइड (Thyroid) की वजह से बढ़ गया हो उसके लिए तो और भी मुश्किल हो जाता है. हाइपोथयरॉइड के दो लक्षण होते हैं इसमें एक तो वेट बढ़ने लगता है. और दूसरा मेटाबोलिज्म रेट कम होने लगता है.
इस रोग के लक्षणों को सही तरीके से पहचान कर डाइट कंट्रोल करके और रोजाना योगा और एक्सरसाइज करके मोटापा कम किया जा सकता है. आज हम इस पोस्ट में हम आपको थायराइड (Thyroid) में मोटापा करने के उपाय और थायराइड का इलाज बतायेंगे.
अगर आपको हाइपोथयरॉइड (Hypothyroid) के लक्षण दिख रहे हैं तो इसे कंफर्म करने के लिए किसी डॉक्टर से मिलें और अपना चेकअप करायें. अगर आप थायराइड के लक्षण दिखने के बाद भी इलाज कराने में लापरवाही कर रहे हैं तो आगे चलकर आपको किसी और खतरनाक बीमारी का सामना करना पड़ सकता है.
हाइपोथयरॉइड (Hypothyroid) में मोटापा बढ़ने के कारण
सबसे पहले तो आप ये जान लें कि वजन सिर्फ Hypothyroid की वजह से ही नहीं बढ़ता इसके और बहुत से कारण हो सकते हैं गलत आदतों की वजह से भी आपका वजन बढ़ सकता है. Hypothyroid में नमक और पानी अधिक मात्रा में होना वजन बढ़ने का कारण है. इस रोग में 2 से 5 kg तक वेट बढ़ जाता है और अगर आपका वजन इससे भी ज्यादा बढ़ गया है तो आपके खाने पीने के गलत तरीके की वजह से है.
थायराइड में मोटापा कम करने के उपाय – Thyroid Weight Loss Tips in Hindi
थायराइड का इलाज आप बिना दवा के घरेलु नुस्खों की मदद से भी कर सकते हैं. क्योंकि थायराइड के इलाज के लिए आपको अपनी डाइट पर बहुत ज्यादा ध्यान देना होता है. क्योंकि ऐसी बहुत सी चीजे होती हैं जिन्हें खाने से थायराइड का रोग बढ़ सकता है. इसलिए हमारे लिए ये जानना जरुरी है कि थायराइड में हमे क्या खाना चाहिए और नहीं खाना चाहिए.
- जिन लोगो को थायराइड है उन्हें अपने daily routine में कुछ बातो का ख्याल रखना जरुरी होता है.
- अगर आप थायराइड के उपचार के लिए कोई दवा नहीं ले रहे हैं तो भी मोटापा कम करने के लिए डाइट और एक्सरसाइज पर दें.
- बिना डॉक्टर की सलाह के एक भी दवा शुरू ना करें.
- खाली पेट रोजाना एक कप लौकी का जूस पिएं.
- विटामिन ए युक्त चीजों का ज्यादा सेवन करें जैसे कि गाजर, कद्दू, लाल मिर्च और टमाटर.
- कुछ लोग एक दम से थायराइड में मोटापा कम करने के लिए डाइटिंग करने लगते हैं और दवाइयों का सहारा भी लेते हैं. पर इस रोग में मोटापा कम करने का ये गलत तरीका है. आप धीरे-धीरे करके डाइटिंग और एक्सरसाइज करके अपना मोटापा कम कर सकते हैं.
थायराइड में क्या खाना चाहिए – Thyroid diets in Hindi
- खाने में आप सभी तेल को त्याग कर नारियल के तेल का प्रयोग करें.
- खाने में सलाद को जरूर शामिल करें जैसे कि प्याज, गाजर, खीरा और टमाटर.
- ब्राउन राइस और दाल का प्रयोग करें क्योंकि इनसे हमें प्रोटीन मिलता है और चर्बी भी नहीं बढ़ती.
- Ashwagandha एक रामबाण इलाज है थायराइड की बीमारी में. रोज सवेरे और रात को दूध के साथ इसका सेवन करें.
- भोजन में फलीदार सब्जी ज्यादा इस्तेमाल करें. इनमे आयरन और जिंक की मात्रा अधिक होती है जो कि थायराइड के लिए जरुरी पोषक तत्व है.
- ड्राई फ्रूट खा सकते हैं, इसमें काजू, बादाम और अखरोट खा सकते हैं. अखरोट का प्रयोग दिमाग के लिए अच्छा होता है और इसके इस्तेमाल से हमारी थायराइड ग्रंथि भी सही तरीके से काम करती रहती है.
- रात को एक तांबे के बर्तन में पानी छोड़े, सवेरे सूरज उगने से पहले 2 गिलास पानी पी लें.
- अदरक को एक कप पानी उबाल लें जब ये अच्छे से उबल जाये तो इसे छान लें और ठंडा होने के बाद इस पानी का सेवन करें.
थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए
- थायराइड में वजन कम करने के लिए चीनी से बनी चीजों का सेवन कम करें. थायराइड में बॉडी का मेटाबोलिज्म स्लो हो जाता है ऐसे में चीनी का इस्तेमाल कम से कम करें.
- अगर आप थायराइड की मेडिसिन ले रहे हैं तो आपको कैफीन का सेवन बंद कर देना चाहिए. यह दवाई का असर कम कर देता है।
- चाय और कॉफ़ी में अधिक मात्रा में कैफीन पाया जाता है और शुगर के साथ ये मिलके और भी ज्यादा हानिकारक हो जाता है.
- थायराइड में मरीज को जंक फ़ूड बिलकुल भी नहीं खाना चाहिए. जंक फ़ूड में तला हुआ और भुना हुआ भोजन आता है.
- सोयाबीन थायराइड के हार्मोन्स के लिए हानिकारक होता है. अगर आपको hypothyroid है तो सोया और सोया से बने प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए जैसे सोयाबीन का तेल, सोया पनीर और सोया मिल्क.
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