भारत और मॉरीशस में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) को लेकर उड़ान भर रहा वायुसेना का विशेष विमान मॉरीशस के एयरस्पेस में गायब हो गया. हालांकि, करीब 14 मिनट बाद यह विमान मॉरीशस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) के संपर्क में आ गया. इसके बाद दोनों देशों के अधिकारियों ने राहत की सांस ली.
मॉरीशस होते हुए दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर रवाना हुई विदेश मंत्री को लेकर वायुसेना के विशेष विमान आईएफसी-31 ने त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट से भारतीय समयानुसार 2:08 बजे पर मॉरीशस के लिए उड़ान भरी थी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक, भारतीय समयानुसार शाम 4:44 बजे मॉरीशस के एयरस्पेस में प्रवेश करने के बाद विमान वहां के एटीसी के संपर्क में नहीं आया।
एयरक्राफ्ट के लिए करीब शाम 4.44 पर अलार्म बजाया गया था, और एयरक्राफ्ट के पायलट ने मॉरीशस एटीसी से 4.58 पर संपर्क किया, उसके बाद सबकी जान में जान आई.
एटीसी के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि अनियमित वीएचएफ कम्युनिकेशन की वजह से समुद्री इलाकों में इस तरह की समस्या अक्सर आती है। उन्होंने बताया, ‘कभी-कभी पायलट मॉरीशस एरिया में संपर्क करने में सफल नहीं होते तो कभी भूल भी जाते हैं।
समुद्री क्षेत्र में रेडार कवरेज नहीं है। सब कुछ वीएचएफ कम्युनिकेशन पर निर्भर है। जिन जगहों पर वीएचएफ कवरेज अच्छी नहीं है, उन्हें डार्क जोन कहा जाता है।’
देश और दुनिया की सभी खबरों के लिए आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो करें. वीडियो देखने के लिए हमारे हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें.