फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत मामले की जांच अब नार्को कंट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) भी शुरू करने जा रही है. नार्को कंट्रोल ब्यूरो के डायरेक्टर और गुजरात कैडर के तेजतर्रार आईपीएस (IPS) अधिकारी राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) ने न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहा है कि नार्को कंट्रोल ब्यूरो भी सुशांत केस की जांच करेगी. अस्थाना ने कहा, ‘हमारी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की ऑपरेशंस टीम और बाकी दूसरी टीम इस केस में ड्रग्स एंगल की तफ्तीश करेगी. जांच का दायरा काफी बड़ा रहेगा और जिसको लेकर दिल्ली-मुंबई के बड़े और अनुभवी अधिकारियों को इस तफ्तीश में लगाया गया है.’
नार्को कंट्रोल ब्यूरो भी अब करेगी सुशांत मौत मामले की जांच
बता दें कि बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सीबीआई (CBI) और ईडी (ED) पहले से ही जांच कर रही है. सीबीआई सुशांत सिंह राजपूत की हत्या या आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है तो वहीं ईडी सुशांत के खाते की फाइनेंसियल ट्रांजेक्शन को लेकर लगातार तफ्तीश कर रही है. सुशांत सिंह राजपूत को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. इसी कड़ी में अब नार्को कंट्रोल ब्यूरो भी जांच शुरू करेगी. बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने ड्रग डीलर्स से हत्या के तार जुड़े होने का दावा किया है. साथ ही स्वामी ने सुशांत के ऑटोप्सी रिपोर्ट (Autopsy Report) पर भी सवाल उठाए हैं.
सुब्रमण्यम स्वामी ने दो दिन पहले एक बड़ा खुलासा किया था. उन्होंने कहा था कि सुशांत का ‘मर्डर’ किया गया है उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, ‘जैसे कि सुनंदा पुष्कर के केस में सबसे अहम चीज क्या थी, उनके पेट में एम्स के डॉक्टरों को पोस्टमॉर्टम करने के दौरान क्या मिला था? लेकिन श्रीदेवी और सुशांत के केस में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ सुशांत के केस में दुबई का ड्रग डीलर अयाश खान उनसे मौत वाले दिन मिला था, लेकिन क्यों?’
सुब्रमण्यम स्वामी ने किया था खुलासा
स्वामी ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘अब हत्यारों और उनकी शैतानी मानसिकता की पहुंच धीरे-धीरे सामने आ रही है. ऑटोप्सी को जानबूझकर लेट किया गया जिससे सुशांत सिंह राजपूत के पेट में जहर घुल जाए. जो इसके जिम्मेदार हैं उन्हें सजा देने का समय आ गया है.’
माना जा रहा है कि स्वामी के इस ट्वीट के बाद ही नार्को कंट्रोल ब्यूरो ने जांच शुरू करने का फैसला किया है. राकेश अस्थाना को कुछ दिन पहले ही नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार के साथ-साथ सीमा सुरक्षा बल (BSF) का महानिदेशक नियुक्त किया गया था. अस्थाना कुछ दिन पहले तक नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के महानिदेशक के साथ-साथ नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के अतिरिक्त प्रभार के साथ काम कर रहे थे.
बता दें कि अस्थाना का नाम सीबीआई बनाम सीबीआई (CBI vs CBI) मामले से चर्चा में आया था. इससे पहले इसी साल मार्च में सीबीआई बनाम सीबीआई (CBI vs CBI) मामले में कोर्ट ने जांच एजेंसी की उस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है जिसमें उसने सीबीआई के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना और डिप्टी पुलिस सुपरिटेंडेंट (DSP) देवेंद्र कुमार को क्लिन चिट दी गई थी.
Source: News 18