अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आज श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अहम बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने के लिए दो तारीख तय की गयी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 3 या 5 अगस्त को पीएम मोदी अयोध्या में राममंदिर निर्माण का शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही कुछ मंदिर निर्माण के कार्यों के बारें में चर्चा की गई. जानकारी के मुताबिक राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण कार्य की तैयारी पूरी की जा चुकी है. भूमि पूजन के बाद कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए तिथियों का सुझाव दे दिया गया है, आखिरी फैसला पीएमओ करेगा. जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर का निर्माण जिस दिन से शुरू होगा, उस दिन से करीब 3 या साढ़े तीन साल का वक्त लगेगा. इसके अलावा मंदिर निर्माण के लिए समाज से धन संग्रह किया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि अभी मिट्टी की ताकत कितनी है, इसकी रिपोर्ट आनी है. इसके बाद फैसला लिया जाएगा कि नींव कितनी रखी जाएगी. 60 मीटर नीचे से मिट्टी के सैंपल लिए जाएंगे. राम मंदिर निर्माण के लिए लार्सेन एंड ट्यूब्रो कंपनी कार्य कर रही है.
मंदिर के संरचना में भी होगा बदलाव
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर के मॉडल की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी. प्रस्तावित राम मंदिर मॉडल 128 फीट ऊंचा है जिसे अब बढ़ाकर 161 फीट ऊंचा करने का फैसला लिया गया है. गर्भगृह के आसपास अब 5 गुंबद बनाए जाएंगे.