भाई-बहनो का पवित्र त्यौहार रक्षा बंधन अगस्त महीने की 26 तारीख (रविवार) को मनाया जायेगा। यह पवित्र पर्व श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस त्यौहार के खास मौके पर बहने अपने भाई के कलाई पर राखी या पवित्र धागा बांधती है उनसे जीवन भर अपनी रक्षा करने का वचन लेती है। आपको बता दे कि, ज्योतिष के अनुसार इस बार रक्षा बंधन पर भद्रा नहीं हैं। यही नहीं इस बार करीब 11 घंटे तक राखी बांधने का मुहूर्त है।
रक्षा बंधन का इतिहास
जब राजसूय यज्ञ के दौरान भगवान कृष्ण को द्रौपदी ने रक्षा सूत्र के रूप में अपने आँचल का टुकडा बांधा था. तभी से बहनों द्वारा भाई को राखी बाँधने की परंपरा शुरु हो गयी.
कैसे मनाये रक्षा बंधन का त्यौहार ?
- थाल में रोली, चन्दन, अक्षत, दही, रक्षासूत्र, और मिठाई रखें.
- घी का एक दीपक भी रखें , जिससे भाई की आरती करें
- रक्षा सूत्र और पूजा की थाल सबसे पहले भगवान को समर्पित करें
- इसके बाद भाई को पूर्व या उत्तर की तरफ मुंह करवाकर बैठाएं
- पहले भाई को तिलक लगायें ,फिर रक्षा सूत्र बांधें , फिर आरती करें
- फिर मिठाई खिलाकर भाई की मंगल कामना करें
- राखी बंधने के समय भाई तथा बहन का सर खुला नहीं होना चाहिए
- रक्षा बंधवाने के बाद माता पिता और गुरु का आशीर्वाद लें तत्पश्चात बहन को सामर्थ्य के अनुसार उपहार दें
- उपहार मैं ऐसी वस्तुऐ दे जो दोनों के लिए मंगलकारी हो,काले वस्त्र तथा तीखा या नमकीन खाद्य न दें
रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त
इस बार का राखी बांधने का शुभ मूहुर्त सुबह 5:59 बजे से शाम 5:25 बजे तक है. अतः इस बार रक्षाबंधन का त्यौहार सुबह 06.10 से लेकर शाम 05.25 के बीच मना लें.