Pregnancy Diet Tips: गर्भवती होने पर आपके शरीर को अतिरिक्त पोषक तत्व, विटामिन और खनिजों की आवश्यकता होती है. आपको दूसरे, तीसरे महीने के दौरान हर दिन 350-500 अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता हो सकती है.
गर्भावस्था के दौरान खराब खाने की आदतें और वजन बढ़ने से मधुमेह और जन्म जटिलताओं का खतरा बढ़ सकता है. बस धयान रखें, स्वस्थ, पौष्टिक खाद्य पदार्थों का चयन करने से आप और आपके बच्चे के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी. आइये जानते है कि गर्भवती महिलाओं के पौष्टिक खाद्य पदार्थ के बारे में-
गर्भावस्था में क्या खाएं – Pregnancy Diet Tips in Hindi
डेयरी उत्पाद
गर्भावस्था के दौरान, बच्चे की जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त प्रोटीन और कैल्शियम की आवश्यकता होती है. इसलिए डेयरी कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत है, जो कि शरीर को फास्फोरस, विटामिन बी, मैग्नीशियम और जिंक प्रदान करता है. विशेष रूप से दही, गर्भवती महिलाओं के लिए एक बहुत अच्छा विकल्प हैं. जो कि प्रोटीन और कैल्शियम की जरूरतों को पूरा करने में मदद करता हैं.
गर्भवस्था में करें फलों का सेवन
गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं को मसूर, मटर, सेम, सोयाबीन और मूंगफली का सेवन करना चाहिए। इनमे भरपूर मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, लौह, फोलेट (बी 9) और कैल्शियम तत्व पाएं जाते हैं. फल में फोलेट की उच्च मात्रा होती है. इसके अलावा, फलियां आम तौर पर फाइबर में बहुत अधिक होती हैं.
मीठे आलू का करें सेवन
मीठे आलू में बीटा कैरोटीन में अधिक मात्रा में पाया जाता हैं. इसका सेवन करने से आपके शरीर को प्रचुर मात्रा में विटामिन ए मिलता है, जो आपके बढ़ते बच्चे में कोशिकाओं के विकास लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है.
सैल्मन (मछली) भी फायदेमन्द
सैल्मन ( मछली ) में ओमेगा -3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए ओमेगा -3 फैटी एसिड बहुत आवश्यक हैं. ओमेगा -3 फैटी एसिड आपके बच्चे के दिमाग और आंखों को बनाने में सहायता प्रदान करते हैं. ओमेगा -3 शरीर में ईपीए और डीएचए के रक्त स्तर को बढ़ाती है. यह विटामिन डी का एक प्राकृतिक स्रोत भी है.
ब्रोकोली और डार्क, पत्तेदार ग्रीन्स शामिल करें
ब्रोकोली और काले, हरी सब्जियों में फाइबर, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन ए, कैल्शियम, लौह, फोलेट और पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाएं जाते है. इसके अलावा ब्रोकोली और हरेदार पत्तेदार सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में पाया जाता हैं. जिन्हें गर्भवती महिलाओं की आवश्यकता होती है.
खूब पानी पिएं
गर्भावस्था के दौरान हर दिन लगभग 1-2 लीटर पानी पीना चाहिए. पर्याप्त पानी पीने से आप हाइड्रेशन, कब्ज और मूत्र पथ संक्रमण से दूर रह सकते है.
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(अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें.)
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Updated On: April 17, 2022 5:20 pm