नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कुंडली-पलवल-गाजियाबाद (केजीसी) एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर दिया। यह देश पहला देश स्मार्ट और हरित राजमार्ग है। उद्द्घाटन का मुख्य कार्यक्रम बागपत के खेकड़ा में होगा और ये राजमार्ग 135 किलोमीटर लंबा है. यह एक्सप्रेस वे देश की राजधानी दिल्ली को जाम और प्रदूषण से राहत दिलाएगा। यह देश का पहला एक्सेस कंट्रोल हाईवे होगा।
वहीं ईस्टन पेरीफेरल एक्सप्रेसवे यानी केजीसी एक्सप्रेसवे को रिकॉर्ड 500 दिनों के भीतर बनकर तैयार हो गया है जो तय समय सीमा से पहले ही बन गया है। इस एक्सप्रेसवे की मदद से उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के लिए जाने वाले वाहनों को दिल्ली के अंदर जाने की जरूरत नहीं है। इससे दिल्ली के प्रदूषण में भी खासी कमी आने की संभावना है। और जाम से आम जनता भी छुटकारा पा सकती है.
रविवार सुबह 11 बजे पीएम एक्सप्रेस-वे पर हरियाणा के सोनीपत स्थित सेवली टोल प्लाजा से रोड शो करते खेकड़ा स्टेडियम में होने वाली जनसभा में पहुंचेंगे। उद्घाटन से पहले नरेंद्र मोदी निजामुद्दीन-उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर स्थित दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोड शो भी करेंगे। अगर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की बात करें तो यह 14 लेन वाला एक्सप्रेसवे है। ये एक्सप्रेस पूरी तरह 2019 से 2020 तक बनकर तैयार हो जायेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के तैयार हो चुके हिस्से का भी उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह सहित केंद्र और प्रदेश सरकार के अन्य मंत्री जनसभा में मौजूद रहेंगे।
तो आइये केजीसी एक्सप्रेसवे के कुछ खास बातों के बारे में जानते है –
- इस एक्सप्रेस के जरिये कुंडली से पलवल तक का सफर सिर्फ 70 मिनट में तय हो सकेगा।
- यह एक्सप्रेस वे पलवल गाजियाबाद और कुंडली को जोड़ेगा।
- इस मार्ग पर वाहनों के लिए न्यूनतम गति सीमा 80 रखी गई है।
- कारों के लिए 120 किलोमीटर प्रति घंटे रखी गई है गति सीमा।
- इस एक्सप्रेस वे को बनाने के लिए 11,000 करोड़ रुपये की लागत आई है।
- इस मार्ग पर 52 छोटे और बड़े पुल बनाए गए हैं।
- इस एक्सप्रेस वे के रास्ते में 07 इंटरचेंज प्वाइंट हैं।
- इस एक्सप्रेस वे पर 08 रेल ओवर ब्रिज और तीन फ्लाईओवर भी होंगे।
- इस एक्सप्रेस पर 151 पैदल अंडपास और 70 वाहन अंडरपास बनाए गए हैं।
- इस एक्सप्रेस वे पर 500 मीटर पर दोनों तरफ वर्षा जल संचयन की व्यवस्था होगी।
- इस एक्सप्रेस पर 36 राष्ट्रीय स्मारकों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
- इस एक्सप्रेस वे पर 40 झरने भी होंगे।
- इस एक्सप्रेस वे पर 8 सौर संयंत्र बनाए गए हैं रोशनी के लिए जिनकी क्षमता 4 मेगावाट है।
- इस एक्सप्रेस की वजह से दिल्ली के ऊपर से 40 फीसदी भारी वाहनों का बोझ घट जायेगा।
- 40 फीसदी भारी वाहनों का बोझ घटेगा दिल्ली से।
Updated On: May 27, 2018 1:43 pm