भारत के प्रसिद्ध स्थलों की इस सीरीज में हम आपको केरल के मुन्नार के दर्शन कराएंगे। मुन्नार, केरल के खूबशूरत पर्वतीय स्थलों में से एक है जो कि इडुक्की जिले में स्थित है। जहां हर साल देश विदेश से पर्यटक आते रहते है।
बता दे, मुन्नार तीन नदियों नल्लथन्नी, कुंडल और मथिरपुझा के संगम पर बना है। दरअसल मुन्नार तमिल भाषा का शब्द है जो कि दो शब्दों मून (तीन) और आर (नदियां) से मिलकर बना है। ब्रिटिश काल में मुन्नार अंग्रेजी शासकों का ग्रीष्मकालीन रिर्जाट हुआ करता था।
मुन्नार को अपनी अत्यधिक प्राकृतिक सुंदरता और खूबशूरत जगह की वजह से इसे ईश्वर का देश और देवों की भूमि कहा जाता है। यहां आपको चारों तरफ ऊंची-ऊंची हरी भरी चोटियाँ, दूर तक फैले चाय के बागान और कोहरे से ढंकी पहाड़ियाँ देखने को मिलेंगी। और यहां के मधुर झरनों और नदियों की आवाज़ें आपका मन मोह लेगी। यहां के शांतिप्रिय जंगलों की शोभा देखते ही बनती है।
मुन्नार में हर साल मौसम सुहावना रहता है। लेकिन घूमने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मई का महीना है। इसलिए आप जब भी मुन्नार जाने प्लान करे तो इसी महीने के हिसाब से करे।
बता दे, मुन्नार का सबसे प्रसिद्ध और खूबशूरती का राज यहां पाए जाने वाले नीलकुरंजी का फूल है जो 12 साल में एक बार खिलता है। पिछली बार ये फूल 2006 में खिला था। इस फूल को देखने के लिए दुनिया के हर कोने से लोग आते है। भारत में इस फूल की 46 किस्में पाई जाती हैं।
मुन्नार में यह सर्वाधिक संख्या में उपलब्ध है। जुलाई की शुरुआत में नीलकुरिन्जी के खिलने के बाद अगले तीन माह तक पहाड़ियां नीली दिखेंगी।
क्या है नीलकुरंजी?
स्थानीय भाषा में नीला का तात्पर्य रंग से है और कुरंजी फूल का स्थानीय नाम है। केरल पर्यटन की ओर से जारी बयान के अनुसार, नीलकुरिन्जी (स्ट्रोबिलांथेस कुंथियाना) प्राय: पश्चिमी तटों पर पाया जाता है और 12 साल में एक बार खिलता है। यह एक दशक लंबा चक्र इसे दुर्लभ बनाता है।
अगर आप कुछ ऐडवेंचरस चीजों के शौकीन हैं तो मुन्नार में आपके लिए आपको बहुत कुछ मिलेगा जैसे- ट्रैकिंग, पारा ग्लाइडिंग, रोप क्लाइबिंग, बोटिंग और हाईकिंग को आप एन्जॉय कर सकते है।
मुन्नार के आसपास के पर्यटन स्थल
इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, आनामुड़ी शिखर, माट्टूपेट्टी, पल्लिवासल, चिन्नकनाल, अनयिंरगल, टॉप स्टेशन, चाय संग्राहलय आदि।
यहां कैसे पहुचे
निकटतम रेलवे स्टेशन: तेनी (Theni) (तमिलनाडु), लगभग 60 किमी दूर; चेंगनचेरी, लगभग 93 किमी दूर।
निकटतम हवाईअड्डा: मदुरई (तमिलनाडु), लगभग 140 किमी दूर; कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा, लगभग 190 किमी दूर।