नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई 2023 को करेंगे. नए संसद भवन का निर्माण सेंट्रल विस्टा परिवर्तन परियोजना के तहत किया गया है. यह मौजूदा संसद भवन की जगह लेगा. नए संसद भवन का डिज़ाइन प्रसिद्ध वास्तुकार बिमल पटेल द्वारा किया गया है.
सेंट्रल विस्टा संसद भवन एक आधुनिक और शानदार डिज़ाइन है जो भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और आकांक्षाओं का प्रतीक है. नए संसद भवन का आकार त्रिकोणीय है, जिसमें सेंट्रल हॉल के रूप में एक केंद्रीय आँगन होगा. इसका कुल निर्माण क्षेत्र लगभग 64,500 वर्ग मीटर होगा.
आपको बता दें, नए संसद भवन में 888 संसद बैठ सकेंगे, जबकि मौजूदा क्षमता 543 सदस्यों तक है. आइये जानते है भारत के नए संसद भवन की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं.
नए संसद भवन की 10 विशेषताएं
- नई संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के लिए बड़े कक्ष होंगे. लोकसभा हॉल में 888 सीटों तक की क्षमता होगी, जबकि राज्यसभा हॉल में 384 सीटों तक की क्षमता होगी.
- नए संसद भवन में एक केंद्रीय लाउंज है जो सदस्यों के बातचीत करने के लिए होगा. लाउंज में लाइब्रेरी और कैफेटेरिया भी होगा.
- नए संसद भवन में भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के कार्यालय होंगे.
- नए संसद भवन को ग्रीन बिल्डिंग के रूप में डिजाइन किया गया है. यह ऊर्जा-कुशल तकनीकों का उपयोग करेगा और वर्षा जल संचयन और सौर ऊर्जा उत्पादन प्रणालियों से लैस होगा.
- नया संसद भवन 971 करोड़ रुपये की लागत से बना है.
- नया संसद भवन 64,500 मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो पुराने संसद भवन के मुकाबले 17,000 मीटर के क्षेत्र में है.
- नया संसद भवन में भूकंप रोधी, प्रदूषण नियंत्रण, अग्निशमन, सीसीटीवी, ऑडियो-वीडियो सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी.
- नया संसद भवन में मेन गेट को ‘ज्ञान’, ‘कर्म’ और ‘शक्ति’ के नाम से सुसज्जित किया गया है, जो ‘सत्यमेव जयते’ के मंत्र के पहले, मध्य और अंतिम पादों का प्रतीक है.
- नया संसद भवन में संस्कृति, कला, साहित्य, संगीत, नृत्य और प्राचीन इतिहास को प्रतिबिंबित करने वाले कलाकृतियां होंगी.
- नए संसद भवन में मीडिया और पत्रकारों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.
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