नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय हरकत में आ गयी है. अभी कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरह मारने की साजिश से जुड़े पत्र मुंबई पुलिस के हाथ लगे थे। और इस खबर के आने बाद सुरक्षा एजेंसिया में हड़कम्प मच गया था। अब प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को उनकी सुरक्षा के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके तहत प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा पहले से ज्यादा बढ़ा दी गई है.
अब विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) की इजाजत के बिना कोई भी मंत्री और अफसर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल नहीं सकेंगे। गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, इस समय प्रधानमंत्री मोदी पर सबसे अधिक खतरा मंडरा रहा है। 2019 के आम चुनाव से पहले वह सबसे अधिक निशाने पर हैं। जानकारी मुताबिक प्रधानमंत्री को रोड शो से यथासंभव दूरी बनाकर रखने को कहा गया है क्योंकि इसके रास्ते पहले से निर्धारित होते हैं और हमले का खतरा ज्यादा होता है।
रोड शो की बजाय जनसभा करने की सलाह
गृह मंत्रालय के रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसपीजी ने प्रधानमंत्री मोदी को 2019 के आम चुनाव में रोड शो करने की बजाय जनसभाएं करने की सलाह दी है। एसपीजी का मानना है कि रोड शो के दौरान खतरे का डर अधिक होता है जबकि जनसभाओं का प्रबंधन आसान होता है।
आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव और उसके पहले राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही चुनाव लड़ेगी और वही प्रचार की कमान संभालेंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले पीएम मोदी की जान के खतरे को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई जिसमे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा, खुफिया ब्यूरो के प्रमुख राजीव शामिल थे। बैठक में गृहमंत्री ने निर्देश दिया था कि प्रधानमंत्री के सुरक्षा इंतजाम में उपयुक्त मजबूती लाने के लिए अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर सभी जरुरी कदम उठाए जाएं।