प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा है कि गुणवत्ता और विश्वसनीयता ब्रांड इंडिया के आधार स्तंभ होने चाहिए। आज वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से राष्ट्रीय मापिकी सम्मेलन 2021 के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए, उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों और तकनिकी विशेषज्ञों द्वारा हासिल की गई सफलताओं की सराहना करते हुए विशेष रूप से देश में तैयार किये गये दो कोरोना टीकों का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में शीघ्र ही विश्व का सबसे बड़ा अभियान शुरू किया जायेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उद्योग और संस्थानों के बीच बेहतर सहयोग स्थापित करने के सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप देश में कई विश्वस्तरीय अनुसंधान केन्द्रों की स्थापना हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से भारत इस समय विश्व नवाचार रैंकिंग में पहले पचास देशों में शामिल है।
श्री मोदी ने कहा कि वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद और अन्य वैज्ञानिक संस्थाओं ने मिलकर वैश्विक महामारी का हल खोज निकाला है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में वैज्ञानिक संस्थाओं की भूमिका की देश ने सराहना की है।
श्री मोदी ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों से देश में छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा करने को कहा। उन्होंने कहा कि इससे युवा वैज्ञानिकों की नई पीढ़ी तैयार करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए नए मानक विकसित करने होंगे। उन्होंने कहा कि देश के सामने आज नई चुनौतियां और लक्ष्य हैं। श्री मोदी ने कहा कि देश में क्षमता निर्माण उन मानकों और गुणवत्ता पर निर्धारित होगा जिन्हें हम बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि देश द्वारा अपनाए गए गुणवत्ता मानक भविष्य में विश्व मंच पर उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को तय करेंगे।
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