मुंबई में मूसलाधार बारिश के बाद फुटओवर ब्रिज का एक स्लैब मंगलवार सुबह पश्चिम रेलवे ट्रैक पर गिर गया। इस घटना में पांच लोग घायल हुए हैं। अधिकारी ने बताया कि इस घटना से मुंबई की लाइफलाइन माने जाने वाली उपनगरीय रेल सेवाएं बाधित हो गईं, जिससे रोजाना लगभग 80 लाख यात्री सफर करते हैं।
बीएमसी के अधिकारी ने कहा कि घायलों को विले पार्ले के बृहन्मुंबई नगर निगम के आर.एन कूपर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में एक महिला है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। कई क्षेत्रों में बीती रात हुई भारी बारिश और जलभराव को इस दुर्घटना का कारण माना जा रहा है। इसे गोखले ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है। यह अंधेरी ईस्ट को अंधेरी वेस्ट से जोड़ता है।
डब्ल्यूआर ट्रैक से मलबे को हटाने का काम चल रहा है जिसने दोनों दिशाओं की रेल सेवाओं को अवरुद्ध कर दिया है। पश्चिमी रेलवे प्रवक्ता सी.एन.के डेविड के मुताबिक, अंधेरी प्लेटफॉर्म संख्या 7-8 के दक्षिणी छोर पर पुल का हिस्सा सुबह लगभग 7.30 बजे गिरा।
उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त पुल के हिस्से से प्लेटफॉर्म की छत के एक हिस्से को नुकसान पहुंचा है, जिससे रेलवे लाइने अवरुद्ध हो गई हैं। साथ ही हाईटेंशन इलेक्ट्रिक तार और बिजली उपकरण भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
डेविड के अनुसार, मरम्मत का काम पूरी तरह से जारी है और हम अगले कुछ घंटों में ट्रेन सेवाओं को बहाल करने की उम्मीद कर रहे हैं। पश्चिमी रेलवे ने कहा कि बांद्रा-सीएसटी से हार्बर लाइन के अलावा उत्तरी दिशा में गोरेगांव-विरार के बीच दक्षिण में बांद्रा-चर्चगेट के बीच ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। कई लंबी दूरी की ट्रेनों के समय में परिवर्तन कर दिया गया है।
रेलवे सुरक्षा आयुक्त इस घटना की जांच करेंगे जिससे पश्चिम रेलवे और बीएमसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
डब्ल्यूआर ने कहा कि यह पुल बीएमसी के तहत आता है। बीएमसी का कहना है कि यह दुर्घटना रेलवे के भाग वाले हिस्से में हुई है इसलिए इसकी मरम्मत और देखरेख की जिम्मेदारी डब्ल्यूआर की है।
घटना के बाद कई लाख यात्री फंसे रहे। नागरिक परिवहन निकाय ‘बेस्ट’ ने गोरेगांव-बांद्रा के बीच भीड़ को कम करने के लिए 40 अतिरिक्त बस सेवाएं शुरू की।