India China Border Tension: लद्दाख के गलवान घाटी में सीमा विवाद के बाद एक बार फिर भारत ने चीन को झटका दिया है. एमएमआरडीए (MMRDA ) ने मोनोरेल रेक्स के लिए नीलामी की प्रक्रिया रद्द कर दी है. मोनो रेल को लेकर चीन की दो कंपनियों ने बोली लगाई थी. लेकिन सीमा विवाद के चलते इसे भारत ने रद्द कर दिया है.
रद्द करने के बारे में बताया गया है कि चीनी मैन्युफैक्चरर्स सीएसआर अपलोड करने के बाद भी नियम-शर्तों और पात्रता मानदंडों में संशोधन के लिए लगातार कह रहे थे. लेकिन कंपनी मामने को तैयार नहीं थी. जिसके बाद प्रक्रिया रद्द कर दिया गया है. यह काम मुंबई में होने वाला था.
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कल भी लगा था चीन को झटका
गुरुवार को भारतीय रेलवे ने चीनी फर्म बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशन कंपनी लिमिटेड के साथ चल रहे प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया था. इस प्रोजेक्ट के तहत चीनी कंपनी कानपुर से दीन दयाल उपाध्याय रेलवे सेक्शन के बीच काम कर रही थी. इसके तहत 417 किमी के सेक्शन में सिग्नलिंग और टेलीकॉम का काम दिया गया था. इसका टेंडर 471 करोड़ का था. कंपनी पर लापरवाही करने का आरोप है.
बताया जा रहा है कि चीनी कंपनी ने चार साल में मात्र 20 फीसदी ही काम किया था. इसकी काम करने की रफ्तार सुस्त थी. जिसके बाद इस प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया गया. आपको बता दें, सोमवार रात लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए. इनमें एक कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल है.
मंगलवार देर रात भारतीय सेना ने इस घटना पर अपना विस्तृत बयान जारी किया. बयान के मुताबिक, 6 जून के समझौते के मुताबिक गलवान घाटी के पास सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया जारी थी. जब भारतीय दस्ता बॉर्डर किनारे चीन की स्थिति को जांचने पहुंचा, तब दोनों देशों के सैनिकों के बीच भिड़ंत हो गई. शुरुआत में एक कमांडिंग अफसर और दो जवानों के शहीद होने की बात सामने आई थी, लेकिन बाद में सेना ने जानकारी दी कि अन्य 17 घायल भी शहीद हो गए हैं, यानी कुल 20 जवान शहीद हो गए.
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