Makar Sankranti 2021:मकर संक्रांति हिंदुओ के खास त्योहारों में से एक है, जिस देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. ये त्योहार जनवरी महीने में मनाया जाता है. परंपराओं में ऐसी मान्यता है कि इसी दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है. साल 2021 में मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा.
इस दिन से सूर्य उत्तरायण होता है. मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2021) के दिन खिचड़ी का भोग लगाया जाता है. गुड़-तिल, रेवड़ी, गजक का प्रसाद बांटा जाता है. यह त्योहार प्रकृति, ऋतु परिवर्तन और खेती से जुड़ा है. इन्हीं तीन चीजों को जीवन का आधार भी माना जाता है. प्रकृति के कारक के तौर पर इस दिन सूर्य की पूजा होती है.
सूर्य की स्थिति के अनुसार ऋतुओं में बदलाव होता है और धरती अनाज पैदा करती है. अनाज से जीव समुदाय का भरण-पोषण होता है. वहीं मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2021) पर कुछ विशेष काम जरूर किए जाने चाहिए. मान्यता है कि इन कामों को करने से पुण्य हासिल होता है.
मकर संक्रांति पर क्या करें-
- तिल के तेल का दीपक: इस दिन तिल के तेल का दीपक जलाया जाता है. मान्यता है कि मन की शुद्धि के लिए संगम तट पर तिल के तेल का दीपक जरूर जलाया जाना चाहिए.
- दान: मकर संक्रांति पर दान का महत्व बताया गया है. इस दिन खिचड़ी, तिल, गुड़, चावल, नीबू, मूली, उड़द दाल और द्रव्य का दान किया जाना चाहिए.
- स्नान: मकर संक्रांति पर हवन, अभिषेक, यज्ञ, नदियों में स्नान दान का महत्व भी काफी रहता है.
मकर संक्रांति का महत्व – What is Importance Makar Sankranti in Hindi
शास्त्रों की मानें तो दक्षिणायण को देवताओं की रात्रि यानी नकारात्मकता का प्रतीक और उत्तरायण को देवताओं का दिन यानी सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है. इसलिए इस दिन जप, तप, दान, स्नान, श्राद्ध, तर्पण आदि धार्मिक कार्यों का खास महत्व है. ऐसी धारणा है कि इस अवसर पर दिया गया दान सौ गुना बढ़कर फिर मिल जाता है. इस दिन शुद्ध घी और कंबल का दान मोक्ष की प्राप्ति करवाता है, ऐसी मान्यता है.
मकर संक्रांति से सूर्य उत्तरी गोलार्द्ध की ओर आना शुरू हो जाता है. इसलिए इस दिन से रातें छोटी और दिन बड़े होने लगते हैं. गरमी का मौसम शुरू हो जाता है.
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