Corona Vaccination: एक और हेल्थ वर्कर की हार्ट अटैक से मौत

कर्नाटक में कोविड-19 टीका (Covid-19 Vaccine) लगवाने के दो दिन बाद स्वास्थ्य कर्मी की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि मौत का टीका लगाने से कोई लेनादेना नहीं है.
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कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन बड़ी उम्मीद है. इस बीच कर्नाटक में टीका लगने के बाद हेल्थ वर्कर की मौत को लेकर कुछ लोग वैक्सीन पर सवाल उठाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन एक्सपर्ट स्पष्ट कर चुके हैं कि भारतीय कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine India) बिल्कुल सुरक्षित है. कर्नाटक में हेल्थ वर्कर की मौत की वजह हार्ट अटैक सामने आई है.

‘मौत का कारण वैक्सीन का साइट इफेक्ट नहीं’

दरअसल कर्नाटक में दो दिन पहले कोविड-19 का टीका (Covid-19 Vaccine) लगवाने वाले स्वास्थ्य विभाग के 43 वर्षीय कर्मचारी की सोमवार को मौत हो गई. इसके बाद वैक्सीन को लेकर सवाल उठाए जाने की कोशिश की गई. कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि बेल्लारी जिले के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी नागराजू को 16 जनवरी को दोपहर करीब एक बजे टीका लगाया गया था, इसके बाद वह सोमवार सुबह तक ठीक थे. उनकी मौत का कारण वैक्सीन का साइट इफेक्ट नहीं है.

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वैक्सीन के दुष्प्रभाव से नहीं

इस बारे में जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एण्ड रिसर्च सेंटर (Jaydev Institute of Cardiology and Research) के निदेशक डॉ सी. एन मंजूनाथ ने कहा, ‘हेल्थ वर्कर की मौत केवल संयोग है और इसका टीका लगाने से कोई लेनादेना नहीं है.’ मंजूनाथ कर्नाटक सरकार की कोविड-19 संबंधी तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं. बता दें, कर्नाटक के अलावा उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिला अस्पताल में तैनात वार्ड ब्वॉय महिपाल सिंह की मौत भी कोरोना वैक्सीन के दुष्प्रभाव से नहीं बल्कि दिल का दौरा पड़ने और सेप्टिसेमिक शॉक के चलते हुई थी. सोमवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हो चुका है.

Source: Zee News

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