प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हजारों स्वयंसेवियों के साथ योगासन किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा है कि योग शरीर आत्मा और बुद्धि को जोड़ता है। पीएम मोदी के साथ करीब 55 हजार लोग मौजूद हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा मंच पर चार लोग मौजूद हैं, जिनमें राज्यपाल डॉक्टर के.के पॉल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, केंद्रीय आयुष मंत्री और उत्तराखंड के आयुष मंत्री हरक सिंह रावत शामिल हैं.
योग करने से पहले प्रधानमंत्री ने यहां पर लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तोड़ने वाली ताकतें हावी होती हैं तो बिखराव आता है, समाज में दीवारें खड़ी होती हैं परिवार में कलह बढ़ता है और जीवन में तनाव बढ़ता चला जाता है. इस बिखराव के बीच योग जोड़ने का काम करता है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज विश्व का हर देश, हर नागरिक योग को अपना मानने लगा है। हम हिंदुस्तानियों के लिए बड़ा संदेश है कि हम इस परंपरा के धनी है। अगर हम अपनी विरासत पर गर्व करना शुरू कर दें तो दुनिया गर्व करने में पीछे नहीं रहेगी। मैं विश्वास से कह सकता है कि अगर दुनिया में योग करने वाले लोगों के आंकड़े जमा किए जाए तो भारी संख्या देखने को मिलेगी। आज योग नई ऊर्जा दे रहा है। भारत में भी हिमालय से लेकर राजस्थान तक योग फैल गया है।
योग आज दुनिया की सबसे शक्तिशाली एकीकृत बल में से एक बन गया है। कहा कि योग के कारण दुनिया आज इलनेस से वेलनेस की तरफ बढ़ रही है। योग पारंपरिक होने के साथ ही मॉर्डर्न भी है। योग के पास परेशानियों का सटीक उपचार है। मैंने पढ़ा कि हर साल करोड़ों लोग दुनिया भर में हार्ट बीमारी के लड़ते हैं। योग इसके लिए लाभदायक है। बांटने की जगह योग जोड़ता है। बीमारी में आराम देता है। भाईचारे और खुशहाली का प्रतीक है। इसके बाद पीएम मोदी ने सभी से योग से जुड़ने का आह्वान किया और इस बड़े आयोजन के लिए उत्तराखंड का धन्यवाद कहकर अपना संबोधन समाप्त किया।