भारत के नेशनल फुटबॉल खिलाड़ी और जैप-4 बोकारो के जवान उमेश मुर्मू की खेल के दौरान पेट में चोट लगने के बाद मौत हो गई। उमेश दुमका के शिकारीपाड़ा के धोवापहाड़ गांव का निवासी था।
देवघर में पुलिस की 15वीं राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान उमेश मुर्मू को गंभीर चोट लगी थी। पांच से 12 मई तक यह प्रतियोगिता चली थी। 11 मई के मैच में प्रतिद्वंद्वी टीम जैप-6 जमशेदपुर के एक खिलाड़ी के बूट से उमेश मुर्मू के पेट में अंदरूनी चोट लगी थी। देवघर से उन्हें दुमका रेफर किया गया था। यहां सदर अस्पताल और एक निजी क्लिीनिक में इलाज के बाद परिवार के लोग उमेश मुर्मू को सिउड़ी (प.बंगाल) ले गए। सिउड़ी में भी डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। तब उमेश मुर्मू को रविवार को वर्द्धमान ले जाया जा रहा कि रास्ते में उनकी मौत हो गई।
सोमवार को जवान के शव का पोस्टमार्टम दुमका सदर अस्पताल में किया गया। शिकारीपाड़ा थाना परिसर में पुलिस की ओर से स्व.उमेश मुर्मू के पार्थिव शरीर को सलामी दी गई। जवान उमेश की मौत की सूचना पर बोकारो पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष गुड्डू हेरेंज, सचिव प्रदीप महतो, प्रक्षेत्र मंत्री रांची गवरियल सोरेन, हवलदार राजेश रजक दुमका पहुंचे। बोकारो पुलिस मेंस एसोसिएशन के जवानों ने बताया कि उमेश मुर्मू राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉलर थे। वह दिल्ली, कर्नाटक, जम्मू कश्मीर में भी खेल चुके थे।
Source: Live Hindustan
Updated On: November 30, 2022 2:22 pm