कांग्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद ने जम्मू-कश्मीर में स्थित भारतीय सेना को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, सेना के ऑपेरशन में आतंकी कम और वहाँ की नागरिक ज्यादा मरती है। जिसका आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने समर्थन किया है।
बता दे कि, पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा ने गुलाम नबी आज़ाद के बयान के बाद एक प्रेस रिलीज करके कहा है कि हमारी राय उनसे अलग नही है। प्रेस रिलीज में ये भी कहा गया है कि भारत सरकार जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू करके वहा जगमोहन युग लाना चाह रही है, जिससे बुनियादी ढांचे को तोड़ने और निर्दोषों के नरसंहार को बढ़ावा दिया जा सके।
आपको बता दे कि, गुलाम नबी आज़ाद पुलवामा में सेना के ऑपरेशन का उदाहरण देते हुए कहा था कि पुलवामा में एक आतंकी मारा गया जबकि 13 आम नागरिक मारे गए थे। कांग्रेस नेता के इस बयान के बाद आतंकियों को अब भारत के खिलाफ बोलने का मौका मिल गया है।
गुलाम नबी के इस बयान के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गया है। बीजेपी के संबित पात्रा ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है कि, “आतंकी संगठन का गुलाम नबी आज़ाद के बयान का समर्थन करना काफी शर्मनाक है .”
वही कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आलोचना करते हुए कहा कि, उनके उस बयान से भारत नही पाकिस्तान खुश होगा। एक तरफ हमारे देश के सैनिक शहीद हो रहे है और वही दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता कश्मीर को लेकर विवादित बयानबाज़ी कर रहे है।