इस कोरोना काल में जहा पूरी दुनिया परेशान हैं तो वही हमारे देश भारत के लिए एक बहुत ही अच्छी खबर आ रही है. जी हाँ, भारत को 8वीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थाई सदस्य चुन लिया गया है. भारत साल 2021-22 बीच सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर मौजूद रहेगा. बता दें भारत के पक्ष में 192 वोटों में से 184 वोट पड़े.
इसके पहले भारत साल 1950-51, 1967-68, 1972-73, 1977-78, 1984-85, 1991-92 और 2011-12 में सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर कार्य कर चुका है.
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भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के तौर पर चुने जाने के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों को धन्यवाद देतें हुए कहा कि, “भारी समर्थन के लिए आभारी हूं, भारत यूएनएससी के गैर-स्थायी सदस्य सीट के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुआ है.”
आपको बता दें, सुरक्षा परिषद के नए सदस्य को दो तिहाई वोट जीतने की आवश्यकता होती है. इसलिए भारत को अस्थायी सदस्य चुने जाने के लिए मात्र 128 वोट चाहिए था. लेकिन भारत को 192 में से 184 वोट मिले हैं.
पाकिस्तान का रिएक्शन
हालांकि पाकिस्तान इससे बेहद परेशान और दुखी है. पाकिस्तान ने कहा है कि भारत का संयुक्त राष्ट्र संघ में सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य चुना जाना एक चिंता का विषय है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी ने कहा है कि भारत का सुरक्षा परिषद में अस्थाई रूप से शामिल होना कोई बड़ी बात नहीं है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. लेकिन हमारे लिए यह निश्चित तौर पर एक चिंता का विषय है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सदस्य
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कुल 15 देश हैं। इनमें से पांच (अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन) स्थायी सदस्य हैं। जबकि हर साल संयुक्त राष्ट्र महासभा दो साल के कार्यकाल के लिए पांच अस्थायी सदस्यों का चुनाव करती है.
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इनपुट- एजेंसी, ज़ी न्यूज़