पिछले महीने गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद देश में चीनी सामान का बहिष्कार बहुत तेजी से हो रहा है. पिछले दिनों मोदी सरकार ने भी टिकटॉक सहित 59 चाइनीज ऐप्स पर प्रतिबन्ध लगा दिया था. इसके आलावा देश के अंदर चलने वाले हाईवे, पॉवर, रेलवे और टेलिकॉम क्षेत्रों में भी चीनी कंपनियों की दखलंदाजी को भारत सरकार ने बंद कर दिया है. जिससे चीन को आर्थिक मोर्चे पर बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है.
अब चीन के लिए आर्थिक मोर्चे पर एक और बुरी खबर आ रही है. कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT ) ने एक बड़ा फैसला लिया है. कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने घोषणा की है कि वे जूम कॉन्फ्रेंसिंग एप्लीकेशन (Zoom Video App) का प्रयोग नहीं करेंगे.
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आपको बता दें, जूम वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग ऐप अमेरिका से संचालित होता है लेकिन कैट का कहना है कि इसका चीन से भी कनेक्शन है. कैट भारत के सात करोड़ ट्रेडर्स का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था है. कैट ने देश भर के व्यापारियों और सभी राज्यों में फैले व्यापारी संगठनों को यह सलाह दी है की वो अपने संवाद मंच के रूप में अब जूम वीडियो ऐप का उपयोग न करे. कैट ने इसकी बजाए भारत के जिओमीट के जरिए संवाद करने की बात कही है.
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कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि कैट का यह निर्णय सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर लिया गया है. हालांकि, जूम एक अमेरिकी एप्लीकेशन है लेकिन प्राप्त जानकारी के मुताबिक ज़ूम का काफी डेटा चीन के मार्फ़त जाता है. ज़ूम के कुछ सर्वर चीन में भी हैं जिसकी वजह से डेटा के लीक होने का खतरा बना रहता है. इस आशंका को भी खारिज नहीं किया जाता कि इसका दुरूपयोग भारत के हितों के खिलाफ भी हो सकता है.
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Input from News 18 and Jagran