LAC पर गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हुई हिंसा झड़प के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कल सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस मीटिंग में पांच से अधिक सांसदों वाली पार्टी को आमंत्रित किया गया था. बैठक में पीएम मोदी ने नरेंद्र मोदी ने चीन को दो टूक संदेशदिया है कि भारत शांति और दोस्ती चाहता है, लेकिन देश के स्वाभिमान की रक्षा सबसे पहले है.
पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि मैं शहीदो के परिवारों को भी ये विश्वास दिलाता हूं की पूरा देश उनके साथ है, पूरा देश उन्हें नमन करता है. उन्होंने कहा कि लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आँख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज हमारे पास ये Capability है कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आँख उठाकर भी नहीं देख सकता. आज भारत की सेनाएं, अलग-अलग सेक्टर्स में, एक साथ Move करने में भी सक्षम है. मैं आप सभी को, सभी राजनीतिक दलों को फिर से ये आश्वस्त करता हूं कि हमारी सेनाएं, सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम हैं. हमने उन्हें यथोचित कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी हुई है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे क्या कहा
इस मीटिंग में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी का साथ दिया और कहा कि हम सब एक हैं और पीएम मोदी और सेना के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत मजबूर नहीं मजबूत है। हमारी सरकार आंखें निकालकर हाथ में दे सकती है। आगे उन्होंने कहा कि, ”हम सब एक हैं। यही सबकी फीलिंग है। प्रधानमंत्री जी हम आपके साथ हैं। हम सेना और उनके परिवारों के साथ हैं।”उन्होंने आगे कहा, ”भारत शांति चाहता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। धोखा देना चीन का नेचर रहा है। भारत मजबूत है मजबूर नहीं। हमारी सरकार के पास आंखें निकालकर हाथ में देने की ताकत है।”
आपको बता दें, सोमवार रात को लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए. इनमें एक कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल है. सैनिकों की शहादत को लेकर विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर थी और लगातार सर्व दलीय बैठक बुलाने की मांग प्रधानमंत्री से कर रही थी.