Gallstones Symptoms in Hindi: आजकल पथरी होना एक सामान्य समस्या हैं. अगर इसका समय पर इलाज करा लिया जाये, तो यह ठीक हो जाती है. अगर इसका समय पर इलाज नहीं कराया जाता, तो ये एक भयंकर बीमारी का रूप ले लेती है. पित्त की थैली में पथरी होने पर डॉक्टर हमेशा सर्जरी करने की सलाह देते है. इस सर्जरी में पूरी पित्त की थैली को शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है. सर्जरी में काफी पैसे लग जाते है, और इसके साइड इफ़ेक्ट होने के चांस भी है. वैसे भी सर्जरी करना सभी लोगो की बस की बात नहीं.
आज हम आपको ऐसे घरेलू और आयुर्वेदिक नुस्खों के बारे में बतायेगे, जिनके इस्तेमाल से आप बिना सर्जरी के पित्त की थैली की पथरी (Gallstones) से छुटकारा पा सकते है.
पित्त पथरी के कारण
- समय पर भोजन ना करना
- मॉेसपेशियों में तनाव
- मोटापे के कारण
- चावल खाने से
- गलत तरीके से सोने या बैठने के कारण
पित्त पथरी के लक्षण
- शरीर में खून की कमी होना
- पेट में जलन होना
- पेट का धीरे धीरे फूलना
- उल्टी होना
- कमर दर्द होना
- चक्कर आना
- भूख कम लगना
- पेट में गैस बनना
पित्ताशय की पथरी का इलाज
- हल्दी पाउडर: हल्दी पाउडर पित्ताशय की पथरी (Gallstones) को ठीक करने का एक अच्छा उपाय है। हल्दी पाउडर में पाये जाने वाले Anti – Inflammatory और Anti -Oxidant गुण पित्ताशय की पथरी को आसानी से गला देते है. आप इस बात से इसका अंदाज लगा सकते है कि एक चम्मच हल्दी पाउडर से 100 में से 80 % पित्ताशय की पथरी को गला देती है.
- अरंडी का तेल : अरंडी का तेल पित्ताशय की पथरी (Gallbladder Stones) को गलाकर बाहर निकालने के साथ साथ पित्ताशय की पथरी में होने वाले दर्द में भी आराम देता है. अरंडी के तेल से पेट के ऊपर पित्ताशय वाले भाग पर हल्के हाथो से धीरे धीरे मालिश करे.
- सेब का सिरका या जूस : पित्ताशय की पथरी (Gallstones) को गलाने में मैलिक अम्ल काफी अहम भूमिका निभाता है. सेब का सिरका लिवर में कोलेस्ट्रॉल को बनने से रोकता है, कोलेस्ट्रॉल पित्ताशय की पथरी होने का एक बड़ा कारण है. सेब में भरपूर मात्रा में मैलिक अम्ल पाया जाता है, इसलिए सेब को किसी भी रूप में सेवन करने से पित्ताशय की पथरी गलकर धीर धीरे निकल जाती है. एक गिलास सेब का जूस ले, इसमें एक चम्मच सेब का सिरका डालकर दिन में 2 से 3 बार पिए, इससे फायदा होता है.
- निम्बू का रस : निम्बू का रस खट्टा होता है, जिसके कारण यह पित्ताशय में कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है. जिसके कारण पित्ताशय की पथरी (Gallstones) होने का खतरा कम हो जाता है. पित्ताशय की पथरी ना हो इसके लिए रोजाना 3 से 4 बार निम्बू का जूस बनाकर पीना चाहिए. निम्बू के रस का सुबह खाली पेट सेवन करना अधिक फायदेमंद है.
- नाशपाती का रस : पित्ताशय की पथरी (Gallstones) का एक बड़ा कारण कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना है. नाशपाती में पाये जाने वाला Pectin कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है. आधा गिलास नाशपाती के रस में आधा गिलास गर्म पानी और एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में तीन बार पीना चाहिये.
- पुदीना: पित्ताशय की पथरी को पुदीना भी गलाने में सहायक है. पुदीने में पाया जाने वाला टेरपिननामक यौगिक पाया जाता है, जो पित्ताशय की पथरी को गलाकर बाहर निकालता है. पानी में पुदीने के पत्ते डालकर उबाले, जब पत्ते अच्छी तरह उबल जाये, तब इस पानी को छलनी से छान ले. इस पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर रोजाना पिए.
- गाजर, खीरा, चुकंदर का रस : इन तीनो का जूस पीने से पित्ताशय की पथरी होने के चांस कम हो जाते है. गाजर, खीरा, चुकंदर तीनो को बराबर मात्रा में लेकर इनका जूस बना ले, अब इस जूस को दिन में दो बार पिए.
- खान पान में बदलाब: पित्ताशय की पथरी (Gallstones) को ठीक करने के लिये आपको अपनी दैनिक दिनचर्या और खान पान में बदलाब करना चाहिए. पानी अधिक मात्रा में पीना चाहिए. तला भुना और अधिक मसालेदार भोजन नहीं करना चाहिए. विटामिन सी से युक्त फलो और सब्जियों का सेवन करे.
- ककडी और गाजर: ककडी और गाजर के रस को बराबर बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से पित्ताशय की पथरी धीरे धीरे गलकर बाहर निकल जाती है.
- शराब सिगरेट: शराब सिगरेट से दूर रहना चाहिए, इनका प्रयोग हानिकारक हो सकता है.
Disclaimer: All information are good but we are not a medical organization so use them with your own responsibility.
लाइफस्टाइल और स्वास्थ्य से जुड़े ख़बरों को पढ़ने के लिए बनें रहें न्यूज़ आधार के साथ. फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @News Aadhaar और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @News_Aadhaar पर क्लिक करें.