फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर के कोशिकाओं में अत्यधिक वसा जमा हो जाती है. यह लिवर के कार्य को प्रभावित कर सकता है और लिवर की सूजन, स्कैरिंग, सिरोसिस और हेपेटाइटिस का कारण बन सकता है. फैटी लिवर के मुख्य कारण हैं शराब का सेवन, मोटापा, मधुमेह, हाइपरलिपिडेमिया, दवाओं का प्रभाव, पोषकतत्वों की कमी, आदि.
फैटी लिवर के लक्षण हो सकते हैं पेट में दर्द, पेट का फूलना, पीलिया, थकान, भूख कम होना, मतली, उल्टी, आदि. आज के इस लेख में हम आपको फैटी लिवर से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण योगासन के बारे में बताने जा रहे है. तो चलिए शुरू करते है.
फैटी लिवर के लिए कौन सा योग करना चाहिए?
फैटी लिवर (Fatty Liver) के लिए योग करना एक अच्छा उपाय है, क्योंकि योग से लिवर की सूजन, वसा, विषाक्त पदार्थों को कम करने में मदद मिलती है. फैटी लिवर के लिए कुछ प्रभावी योगासन हैं.
- कपालभाति प्राणायाम: इससे पेट की चर्बी कम होती है, लिवर का कार्यक्षमता बढ़ता है, पाचन सुधरता है, और मेटाबोलिज्म में सुधार होता है.
- नौकासन: इससे पेट की मांसपेशियों को मजबूत किया जाता है, पेट की चर्बी कम होती है, पेट के अंदर के अंगों को संकुचित किया जाता है, और लिवर की स्वास्थ्य में सुधार होता है.
- भुजंगासन: इससे पीठ, पेट, सीने, और गले की मांसपेशियों को स्ट्रेच किया जाता है, पेट के अंदर के अंगों को मालिश किया जाता है, पाचन में सहायता मिलती है, और लिवर की सुरक्षा में मदद मिलती है.
- पवनमुक्तासन: इससे पेट के अंदर के गैस, कब्ज, और एसिडिटी को दूर किया जाता है, पेट के संक्रमण से बचाया जाता है, पेट की मांसपेशियों को सक्रिय किया जाता है, और लिवर की सही प्रक्रिया में सहायता मिलती है.
ये भी पढ़ें
- ब्लड प्रेशर में इन बातों का रखें पूरा ध्यान, कंट्रोल में रहेगा आपका बीपी
- जानिए रात में खाना खाने के बाद टहलने के 8 दमदार फायदे
- गर्मियों में मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए घर पर लगाएं ये पौधे..
देश और दुनिया की सभी खबरों के लिए आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो करें. वीडियो देखने के लिए हमारे हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें.
Updated On: April 22, 2023 9:14 am