देश में कोरोना वायरस का कहर अभी बरक़रार है. रोज कोरोना मामले के नए-नए रिकॉर्ड देखने को मिल रहे है. कुछ राज्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए फिर से लॉक डाउन घोषित हो रहा है. हमारे डॉक्टर्स भी इस खतरनाक वायरस के वैक्सीन की खोज लगे हुए हैं. इस बीच देश के लिए एक और बड़ी ख़बर आई है. भारत की पहली कोरोना वैक्सीन कोवाक्सिन (Covaxin) के बाद अब देश की दूसरी कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) के मानव परीक्षण की शुरुआत हो गई है.
भारतीय दवा कंपनी जायडस कैडिला ने बुधवार को बताया कि उसने एक संभावित कोरोना वैक्सीन के लिए मानव परीक्षण शुरू कर दिया है. कंपनी ने कहा कि ZYCoV-D, प्लास्मिड डीएनए वैक्सीन को प्री-क्लिनिकल टॉक्सिसिटी अध्ययनों में सुरक्षित माना गया है. इसके पहले इस कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) के क्लीनिकल ट्रायल में प्रतिरक्षा और इम्युनिटी टेस्ट के अच्छे परिणाम सामने आए हैं.
कोरोना काल में मोदी सरकार ने बढ़ा दी इन योजनाओं की डेडलाइन, नवंबर महीने तक मिलेगा लाभ
अपने मानव परीक्षणों में जाइडस कैडिला (Zydus Cadilla) 1000 से अधिक लोगों को शामिल करेगा. इसके लिए भारत में कई क्लीनिकल रिसर्च सेंटर स्थापित किए गए हैं.
जाइडस कैडिला ने जुलाई महीने की शुरुआत में बताया था कि उसके प्लास्मिड डीएनए वैक्सीन उम्मीदवार (ZyCoV-D) को अहमदाबाद के वैक्सीन टेक्नोलॉजी सेंटर में प्रीक्लिनिकल स्टेज को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया ने जाइडस कैडिला को इस वैक्सीन के इंसानों पर परीक्षण को मंजूरी भी दे दी है.
कोरोना काल ने पीएम नरेंद्र मोदी का वो सपना किया पूरा जो नोटबंदी भी नहीं कर पाई
इसके साथ इंसानों पर ट्रायल के लिए अनुमति हासिल करने वाली जाइडस कैडिला देश की दूसरी कंपनी बन गई है. अभी हाल ही में हैदराबाद की भारत बायोटेक को ऐसे ट्रायल की इजाजत मिली थी.