पिछले साल नवम्बर महीने में देश के उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के पक्ष में अपना फैसला सुना दिया है. अब अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास कराने की तैयारी शुरू हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राम मंदिर निर्माण कार्य 10 जून से शुरू होगा. इस दिन मंदिर के नींव की पहली ईट रखी जाएगी.
आज दिल्ली में पाराशरण के घर पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टियों की बैठक हुई है. आपको बता दें कि इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिलान्यास करवाने के लिए वक्त लेने और आगे की कार्ययोजना पर चर्चा की गई है.
इससे पहले सोमवार को अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय का उद्घाटन किया गया. राम मंदिर ट्रस्ट का कैंप कार्यालय राम कचहरी चारों धाम मंदिर में बनाया गया है. विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने राम मंदिर ट्रस्ट के कैंप कार्यालय का उद्घाटन किया.
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इस बीच रामजन्मभूमि परिसर में चल रहे समतलीकरण के बाद फाउंडेशन बनाए जाने की तैयारी को लेकर एलएंडटी कंपनी के अधिकारियों ने परिसर में डेरा डाल दिया है. इस बीच 10 जून को प्राचीन कुबेर टीला पर धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा. बता दें, 10 जून को महंत कमल नयन दास अन्य संतों के साथ मिलकर पूजा का आरंभ करेंगे, जो सुबह 8:00 बजे से शुरू होकर 10 बजे तक चलेगी. इसके बाद राम मंदिर का निर्माण का कार्य शुरू होगा.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास के मुताबिक, भगवान राम ने लंका पर विजय प्राप्ति से पहले भगवान रामेश्वरम की स्थापना कर अभिषेक किया था, इसलिए मंदिर निर्माण से पहले भगवान शशांक शेखर का पूजन किया जाएगा.
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कमल नयन दास ने कहा है कि राम मंदिर का कार्य प्रारंभ है. सारी तैयारी पूरी है. इसमें कोई देर नहीं है. महामारी खत्म होते ही बड़े जोरों से कार्य होगा. अभिषेक 10 तारीख को होगा. सुबह 8:00 बजे से कितने ब्राह्मण लगेंगे यह कोई महत्व नहीं है. हम लोग बैठक पूजा करेंगे. सुबह 8:00 बजे से हमलोग खुद अभिषेक करेंगे. राम मंदिर निर्माण को शुरू करने के लिए यह पूजा अनुष्ठान होगा. मंदिर भव्य बनाने के लिए यह पूजा अनुष्ठान होगा.