कोरोना वायरस की वहज से अभी पूरी दुनिया जूझ ही रही है कि इस बीच एक और वायरस ने दुनिया में कदम रख दिया है. जी हाँ ये वायरस भी चीन से ही आया है और ये कोरोना वायरस की तरह इंसानो से इंसानो में फैलता हैं. इस वायरस का नाम SFTS (Severe fever with thrombocytopenia syndrome) है. इसे Tick Borne डिजीज भी कहा जाता है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि ये संक्रमण पशुओं के शरीर पर चिपकने वाले किलनी (टिक) जैसे कीड़े से मनुष्य में फैल सकता है. इस वायरस के संक्रमण से अभी तक चीन में सात लोगों की मौत हो चुकी है और 60 लोग पीड़ित हैं.
SFTS के लक्षण-
- काफी तेज़ बुखार, खाना नहीं पचना, उल्टी दस्त, मांसपेशियों में दर्द, शरीर में ल्यूकोसाइट और प्लेटलेट की कमी, शुरू में खांसी और बुखार और न्यूरोलॉजिकल बीमारी.
- इस वायरस से जानवरों में मौत की दर कम है. लेकिन इंसानों में मौत की दर 30 फीसदी तक देखी गई है. फिलहाल चीन से मिल रही जानकारी के मुताबिक मौत की दर 10-16% के बीच है.
चीन के सरकारी मीडिया ने बुधवार को आशंका जताई है कि यह संक्रमण मनुष्यों के बीच फैल सकता है. पूर्वी चीन के जियांग्सू प्रांत में पिछले छह महीने के दौरान SFTS वायरस से 37 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं. पूर्वी चीन के अन्हुई प्रांत में भी 23 लोगों के संक्रमित होने की बात सामने आई है। चीन में पहली बार वर्ष 2011 में इसका पता चला था.
वायरोलॉजिस्ट का मानना है कि इस वायरस का संक्रमण इंसानों के बीच फैल सकता है. झेजियांग विश्वविद्यालय के तहत संबद्ध अस्पताल के एक डॉक्टर शेंग जिफांग ने कहा कि वायरस के मानव-से-मानव संचरण की संभावना को दरकिनार नहीं किया जा सकता है. मरीज दूसरों में वायरस का प्रसार कर सकता है.