Chanakya Niti: चाणक्य निति में जीवन के विभिन्न पहलुओं पर उपदेश दिए गए हैं। ये नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं और जीवन में सफल होने में मदद कर सकती हैं. आपको बता दें, चाणक्य निति एक प्राचीन भारतीय नीति ग्रन्थ है, जिसे आचार्य चाणक्य ने लिखा था. चाणक्य मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य के प्रधानमंत्री थे. आइए इस लेख में जानते हैं कि जीवन को अच्छे तरह से जीने के लिए चाणक्य निति (Chanakya Niti) में क्या तरीका बताया है-
चाणक्य निति के कुछ प्रमुख उपदेश निम्नलिखित हैं-
विद्या धन सर्वोत्तम
चाणक्य कहते हैं कि ज्ञान सबसे बड़ा धन है. ज्ञान से ही मनुष्य को सफलता और सम्मान प्राप्त होता है.
मित्रस्यैव पलायनम
चाणक्य कहते हैं कि मित्र का पलायन सबसे बड़ा अनिष्ट है. मित्र ही जीवन में सफलता और सुख प्राप्त करने में मदद करता है.
अनीतिकार्यं कुर्वन् स्यात्
चाणक्य कहते हैं कि अनैतिक कार्य करने वाले व्यक्ति को कभी भी सफलता नहीं मिलती है. अनैतिक कार्य से प्राप्त धन और सुख स्थायी नहीं होते हैं.
क्रोधं विजयते बुद्धिमान्
चाणक्य कहते हैं कि बुद्धिमान व्यक्ति अपने क्रोध पर विजय प्राप्त करता है. क्रोध से मनुष्य का विवेक नष्ट हो जाता है और वह गलत निर्णय लेता है.
यथा रक्षति राकांस्तथा शत्रूं न रक्षितुं अर्हति
चाणक्य कहते हैं कि जिस प्रकार राक्षस की रक्षा नहीं करनी चाहिए, उसी प्रकार शत्रु की भी रक्षा नहीं करनी चाहिए. शत्रु से हमेशा सावधान रहना चाहिए और उसे पराजित करने का प्रयास करना चाहिए.