भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ गठबंधन समाप्त कर दिया और पीडीपी की अगुवाई वाली जम्मू एवं कश्मीर सरकार से अलग हो गई। इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले बीजेपी बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में पार्टी महासचिव राम माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के ताजा हालात पर चर्चा हुई उसके बाद पार्टी ने यह फैसला लिया। बैठक से पहले अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ बैठक की।
राम माधव ने कहा कि ताजा हालात के बाद गठबंधन में काम करना पार्टी के लिए मुश्किल हो गया था। हालांकि भाजपा हमेशा से ही शांति और घाटी में अमन के लिए प्रयासरत रही लेकिन विभिन्न कारणों से जम्मू-कश्मीर की सरकार नहीं कर पाई। जिस तरीके से घाटी में अचानक घटनाएं बढ़ी है उससे राज्य की हालत और बिगड़ते गए। राम माधव ने कहा कि जम्मू में शांति के लिए पार्टी ने गठबंधन किया था। मोदी सरकार ने हर संभव राज्य सरकार के लिए मदद की लेकिन फिर भी हालात नहीं सुधर रहे थे।
वहीं कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने राज्य में पीडीपी के साथ हाथ मिलाने का कोई सवाल नहीं उठता। ऐसे में राज्य में सिर्फ राष्ट्रपति शासन का ही विकल्प बचता है। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा ने पीडीपी के साथ गठबंधन सरकार बनाकर बहुत बड़ी गलती की थी। उन्होंने कहा कि भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है और उसे पीडीपी के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था। आजाद ने कहा, ”क्षेत्रीय पार्टियों को आपस में गठबंधन के लिए छोड़ दिया जाना चाहिए था। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस गठबंधन ने राज्य को आर्थिक और सामाजिक रूप से तबाह कर दिया और जम्मू-कश्मीर को बदहाली की स्थिति में छोड़ दिया।
2014 चुनाव में पीडीपी बनी सबसे बड़ी पार्टी
2014 में जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में हुए पीडीपी 28 सीटें जीतकर विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनी जबकि 25 सीटों के साथ दूसरे नंबर रही। राज्य में सत्तारूढ़ नेशनल कांफ्रेंस को हार का सामना करना पड़ा। नेशनल कांफ्रेंस 15 सीटें जीतकर तीसरे स्थान पर और कांग्रेस 12 सीटें जीतकर चौथे स्थान पर रही।
विधानसभा में सीटों की स्थिति
पीडीपी-28
बीजेपी-25
एनसी-15
कांग्रेस-12
जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस-2
सीपीएम-1
पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट-1
निर्दलीय-3