Bael Ke Fayde: हिन्दू धर्म में बेल को एक ऊँचा दर्जा मिला है. बेल के पत्तो को भगवान शिव पर चढ़ाना शुभ माना जाता है. शिवमहापुराण (Shivmahapuran) के अनुसार बेल पत्र भगवान शिव के प्रिय है. इसीलिए भगवान शिव पर बेल पत्र चढ़ाने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. बेल में अनेक औषधीय गुण पाये जाते है. जो हमारी सेहत के लिए अच्छे होते है. आज हम आपको बेल के गुणों के बारे में और बेल खाने से शरीर को होने वाले फायदों के बारे में बतायेगे.
बेल फल के फायदे – Health benefits of Bael fruit
- कब्ज की समस्या होने पर बेल का जूस पीने से आराम मिलता है.
- बेल में लैक्सटिव तत्व पाया जाता है, जो खून में शुगर के लेवल को कण्ट्रोल करके रखता है. बेल शरीर में इंसुलिन भी पैदा करता है. इसीलिए बेल का सेवन करने से मधुमेह कण्ट्रोल में रहता है.
- डायरिया रोग होने पर पके बेल का सेवन करने से चमत्कारी फायदा होगा.
- रोजाना बेल का जूस पीने से शरीर से विषाक्त तत्व बाहर निकल जाते है, और खून की सफाई हो जाती है.
- गर्मियों में शरीर की तेजी से कम होती ऊर्जा और शरीर को गर्मी में ठंडक देने के लिए बेल का जूस पीना चाहिए. बेल प्रोटीन का बहुत बड़ा स्त्रोत है, जो शरीर को गर्मी से अंदर से ठंडक प्रदान करता है.
- पकी बेल में सेंधा नमक और काली मिर्च डालकर खाने से आवाज सुरीली हो जाती है.
- बेल का मुरब्बा बनाकर भी खाया जाता है. बेल का मुरब्बा खाने से उदर विकार दूर हो जाते है, और शरीर भी स्वस्थ रहता है.
- गुर्दे की बीमारियों (Kidney diseases) से छुटकारा पाने के लिए रोजाना बेल का सेवन करे.
- बेल के पत्तो को आँख पर बाँधने से आँख दर्द ठीक हो जाता है.
- अधकच्चे बेलफल को खाने से पेचिश (मरोड़ या आंव) से छुटकारा मिल जाता है.
- बेल का जूस पीने से स्ट्रोक कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है.
- बेल का जूस पीने से आंतो में लगे कीड़े खत्म हो जाते है.
- बच्चे के पेट में कीड़े होने पर बेल के पत्तो का रस निकाल कर पिलाये.
- पुराने जमाने से सूजन को कम करने के लिए बेल के पत्तो का इस्तेमाल किया जाता है.
- बेल से मुँह के छालो को दूर किया जा सकता है. बेल के अंदर का भाग निकालकर पानी में अच्छी तरह उबाले. अच्छी तरह उबलने के बाद इस पानी से कुल्ला करे. इस पानी से कुल्ला करने से मसूड़े भी मजबूत होते है.
- माँ बनने वाली औरतो में जी मिचलाने की समस्या होना सामान्य बात है. ऐसी स्थति में सौंठ और बेल दो चम्मच पिलाना चाहिए.
- साँस और दमा के इलाज में बेल के तेल का इस्तेमाल किया जाता है.
- लू से बचने के लिए बेल के पत्तो को पीसकर पैर के तलवो पर मले.
- दिल से जुडी बीमारियों (Heart diseases) से बचने के लिए बेल के जूस में थोड़ा सा देशी घी मिलाकर पिए.
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Updated On: July 25, 2022 8:16 pm