Ashwagandha Benefits In Hindi: आयुर्वेद में मानव शरीर की व्याधियों और रोगों को दूर करने के लिए अश्वगंधा एक चमत्कारी औषधि है. आयुर्वेद में अश्वगंधा को एक विशेष तरह का स्थान दिया गया है. भारत में इसे कई स्थानों पर अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है. लेकिन इसका उपयोग शरीर के सभी तरह के रोगों को ठीक करने में किया जाता है. अश्वगंधा के पत्तों, टहनियों और जड़ों का इस्तेमाल कई तरह की दवाएं बनाने में किया जाता है.
शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए कई बार शक्तिवर्धक दवाओं को बनाने में भी अश्वगंधा (Ashwagandha Benefits) का इस्तेमाल होता है. सही मात्रा में इसका सेवन करने से ये आपकी कामुकता को भी बढ़ाता है.
अश्वगंधा का उपयोग और लाभ – Ashwagandha Benefits In Hindi
कामोत्तेजना को बढ़ाने में उपयोग
अश्वगंधा कामोत्तेजना को बढ़ाने और पुरुषों में नपुंसकता को दूर करने में बहुत ही फायेदंमद है. 15 दिनों तक दूध, घी या पानी के साथ अश्वगंधा का चूर्ण लेने से शरीर को ताकत मिलती है. अश्वगंधा बिना साइड इफेक्ट शरीर में कामोत्तेजना बढ़ाता है. यह पुरुषों की प्रजनन क्षमता भी बढ़ाता है.
तनाव करे दूर
आजकल की लाइफ में हर कोई डिप्रेशन और तनाव का शिकार है। इसलिए अगर आप अश्वगंधा का सेवन करते है तो आप शारीरिक और मानसिक तनाव से दूर रह सकते है. अश्वगंधा का चूर्ण भोजन के साथ खाने से अवसाद और तनाव दूर होते हैं. साथ ही यह हमारी स्मरण शक्ति को बढ़ाने का भी काम करता है. वहीं बुजुर्गों में पार्किंसन नामक बीमारी, जिसमें हाथ-पैर या शरीर में कंपन रहता है, को भी ठीक करने में यह उपयोगी है.
डायबिटीज (Diabates) घटाए
शुगर रोगी अगर अश्वगंधा का सेवन करते हैं तो इसके बहुत फायदे मिलते है. अश्वगंधा आपके शरीर का ब्लड शुगर स्तर कम करने के साथ ही मधुमेह की बीमारी को नियंत्रण में रखता है. इसका चूर्ण शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है. वहीं अश्वगंधा का सेवन गठिया की रोकथाम में भी लाभकारी है.
हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure)
अश्वगंधा का नियमित सेवन रक्तचाप में कमी लाता है। ऐसे में कम रक्तचाप वाले व्यक्तियों को इसका सेवन न करने की सलाह है.
कैंसर ठीक करने का दावा
कुछ शोध दावा कर रहे हैं कि अश्वगंधा की जड़ में कैंसर के ट्यूमर की वृद्धि को रोकने की पर्याप्त क्षमता है. इन शोधों में यह बात सामने आई है कि इसकी जड़ में अल्कोहल के गुण हैं जो शरीर पर कोई टॉक्सिन नहीं छोड़ते और ट्यूमर की ग्रोथ रोकते हैं.
पेट के विकार दूर भगाए
अश्वगंधा (Ashwagandha) शरीर के पेट के रोगों को भी जड़ से खत्म करता है. तीन भाग मिश्री और एक भाग सोंठ दो भाग अश्वगंधा चूर्ण के अनुपात में मिलाकर सुबह-शाम खाने के बाद गर्म पानी के साथ लें. यह वात, गैस और पेट की बीमारियों को दूर करेगा।
खांसी और दमा में भी कारगर
खांसी और दमा को ठीक करने में भी अश्वगंधा (Ashwagandha) का बहुत बड़ा योगदान है. अश्वगंधा के चूर्ण को गर्म दूध के साथ खाने से खांसी और अस्थमा जैसी बीमारियों में बहुत फायदेमंद होता है.
अनिद्रा दूर भगाए
जिन लोगों को गहरी नींद नहीं आती या बिल्कुल ही नींद नहीं आती हैं, उन्हें अश्वगंधा का खीर बनाकर खाना चाहिए. अश्वगंधा में उपस्थित औषधीय गुण स्वाभाविक नींद लाने की में मदद करता है.
स्त्री रोगों में कारगर
स्त्रियों में ल्यूकोरिया दूर करने के लिए में अश्वगंधा (Ashwagandha) का चूर्ण दो ग्राम और 1/2 ग्राम वंश लोचन मिलाकर सेवन करें। इस क्रिया से जरूर फायदा मिलेगा.
आंखों की रोशनी बढ़ाए
अश्वगंधा, मुलहठी और आंवला को समान मात्रा मिलाकर पीस लें. इस चूर्ण को रोजाना एक चम्मच सेवन करने से आपके आंखों की रोशनी बढ़ जाएगी.
अश्वगंधा के बैक्टीरिया के संक्रमण में लाभ
आयुर्वेद के अनुसार, अश्वगंधा मानव शरीर में बैक्टीरिया के संक्रमण को रोकने में बहुत प्रभावी है. अश्वगंधा में जीवाणुरोधी गुण मौजूद हैं जो मूत्रजनन, जठरांत्र और श्वसन तंत्र के संक्रमण को रोकने में प्रभावी है.
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