पीएम नरेंद्र मोदी ने आज देश की सबसे बहुप्रतिक्षिक 135 किमी लम्बी ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन बागपत की रैली में राष्ट्र को समर्पित कर दिया. इस एक्सप्रेसवे का मुख्य मकसद दिल्ली को जाम से और प्रदूषण की समस्या से मुक्त कराना है। इस एक्सप्रेसवे की मदद से अब भारी वहां दिल्ली में बिना घुसे अपने गंतव्य की ओर जा सकते है.
इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने चार साल का रिपोर्ट कार्ड भी देश की जनता के सामने रखा। इस एक्सप्रेसवे की वजह से दिल्ली से मेरठ की यात्रा का समय घटकर 45 मिनट रह जाएगा.
तो आइये हम आपको इस एक्सप्रेसवे के बारे में कुछ ख़ास बातें बताते है –
- ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे देश का पहला स्मार्ट और हरित राजमार्ग है जिसके तहत दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के करीब नौ किलोमीटर लंबे पहले चरण का शुरूआती हिस्सा बनकर तैयार हो गया है.
- इस एक्सप्रेस के जरिये कुंडली से पलवल तक का सफर सिर्फ 70 मिनट में तय हो सकेगा।
- यह एक्सप्रेस वे पलवल गाजियाबाद और कुंडली को जोड़ेगा।
- इस मार्ग पर वाहनों के लिए न्यूनतम गति सीमा 80 रखी गई है।
- कारों के लिए 120 किलोमीटर प्रति घंटे रखी गई है गति सीमा।
- इस एक्सप्रेस वे को बनाने के लिए 11,000 करोड़ रुपये की लागत आई है।
- इस मार्ग पर 52 छोटे और बड़े पुल बनाए गए हैं।
- इस एक्सप्रेस वे के रास्ते में 07 इंटरचेंज प्वाइंट हैं।
- इस एक्सप्रेस वे पर 08 रेल ओवर ब्रिज और तीन फ्लाईओवर भी होंगे।
- इस एक्सप्रेस पर 151 पैदल अंडपास और 70 वाहन अंडरपास बनाए गए हैं।
- इस एक्सप्रेस वे पर 500 मीटर पर दोनों तरफ वर्षा जल संचयन की व्यवस्था होगी।
- इस एक्सप्रेस पर 36 राष्ट्रीय स्मारकों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
- इस एक्सप्रेस वे पर 40 झरने भी होंगे।
- इस एक्सप्रेस वे पर 8 सौर संयंत्र बनाए गए हैं रोशनी के लिए जिनकी क्षमता 4 मेगावाट है।
- इस एक्सप्रेस की वजह से दिल्ली के ऊपर से 40 फीसदी भारी वाहनों का बोझ घट जायेगा।
- 40 फीसदी भारी वाहनों का बोझ घटेगा दिल्ली से।